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करांडला अभयारण्य में ‘सूर्या’ ने शावक को उतारा मौत के घाट

डिजिटल डेस्क, नागपुर । करांडला अभयारण्य में सूर्या (बाघ) ने एक शावक को मार डाला है। बीट क्रमांक 1415 से शावक का सिर और एक पैर वन विभाग ने बरामद किया है। घटनास्थल पर सूर्या के पद चिह्न दिखाई दिया है। इससे दावा किया गया है कि सूर्या ने ही टी-1 कॉलरवाली बाघिन के शावक को मौत के घाट उतारा है। इस प्रकार पिछले 3 महीने में 5 शावक, 2 वयस्क बाघिन, जिसमें से 1 बाघिन गर्भवती थी कुल 7 बाघों की मौत हुई है। इसके अलावा सी-2 नामक वयस्क बाघ भी गायब है।
जंगल की सीमा पर सुरक्षित कर रखा था शावक
सूत्रों के अनुसार टी-1 बाघिन के 2 शावकों की वनविभाग को तलाश है। अभी तक दोनों के जिंदा होने या मृत्यु होने की कोई बात सामने नहीं आई है। करांडला अभयारण्य में टी-1 बाघिन और सी-2 नामक बाघ से 3 शावक करीब 10 महीने पहले पैदा हुए थे। 2 महीने पहले सी-2 नामक बाघ अचानक गायब हो गया, जिससे सूर्या ने अपना इलाका बढ़ा लिया। इससे टी-1 बाघिन को अपने शावकों की परवरिश करने में मुश्किल हो रही थी। वह शावकों को जंगल की सीमा पर 2 महीने से सूर्या से बचाकर रखी थी।
सूर्या ने ही मारा होगा
टी-1 बाघिन के 3 शावक लगभग 10 महीने के हैं। उसी में से एक शावक का आधा सिर और पीछे का पैर वन कर्मचारी को गश्त के दौरान मिला है। घटनास्थल के आसपास के परिसर में शावक को घसीटने के निशान और सूर्या बाघ के पैर के निशान मिले हैं। 2 दिन से टी-1 बाघिन और सूर्या कक्ष क्रमांक 1415 के हलू नाला परिसर में एक साथ दिखाई दिए हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा रहा है कि सूर्या ने ही शावक को मारा होगा।
राहुल गवई, डीएफओ, बोर बाघ प्रकल्प, पेंच
Created On :   15 March 2021 3:32 PM IST