मेरी जैसी प्राथमिकता पहले किसी विदेश मंत्री ने नहीं दिखाई- स्वराज

Sushma Swaraj said I gave priority to the security of the NRIs
मेरी जैसी प्राथमिकता पहले किसी विदेश मंत्री ने नहीं दिखाई- स्वराज
मेरी जैसी प्राथमिकता पहले किसी विदेश मंत्री ने नहीं दिखाई- स्वराज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि देश में विदेश मंत्री तो पहले भी हुए हैं, पर मैंने प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा को जैसी प्राथमिकता दी, वह पहले कभी नहीं देखी गई। विदेश में भारतीय दूतावास को प्रवासी भारतीयों का दोस्त बनाने का काम किया। महिलाओं में पुरुषों से अधिक संवेदनशीलता होती है। यही कारण है कि उन्होंने विशेष संवेदनशीलता के साथ प्रवासी भारतीयों की सहायता की। विविध मामलों में फंसे 2,60,683 अप्रवासी भारतीयों को राहत दिलाई, रिहा कराया।  रामनगर में राष्ट्रसेविका समिति की संस्थापक मावसी केलकर की स्मृति में श्रीशक्तिपीठ नूतनीकृत शिला का अनावरण किया गया। विदेशमंत्री स्वराज इसी अवसर पर बोल रहीं थीं। राष्ट्रसेविका समिति की प्रमुख संचालिका  वी.शांताक्का व पूर्व प्रमुख संचालिका प्रमिलाताई मेढे प्रमुखता से उपस्थित थीं। मावसी केलकर के व्यक्तित्व को महिला सशक्तिकरण की प्रेरणा ठहराते हुए विदेशमंत्री ने कहा कि महिलाओं में स्वाभिमान व स्वालंबन आवश्यक है। महिलाएं शारीरिक व बौद्धिक रूप से कमजोर नहीं है। सिंह के बल की चर्चा होती है, लेकिन वास्तविकता यह है कि सिंहनी शिकार करती है। सिंहनी ही शावकों को शिकार का प्रशिक्षण देती है। 

प्रधानमंत्री ने भी प्रमुख जिम्मेदारियां दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी महिला नेतृत्व काे समझते हुए अपने मंत्रालय की प्रमुख जिम्मेदारियां उन्हें दी। प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रालयों को निर्देश दिए हैं कि वे 3 प्रतिशत खरीदी महिला बचत समूहों के उद्योग से करें। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को सफलता मिल रही है। हरियाणा में बाल मृत्यु दर कम हो रही है। सबका साथ सबका विकास की अवधारणा के साथ पड़ोसी देशों से भी संबंधों में सुधार हुए हैं। कूटनीति के साथ काम किया है। परस्पर संबंध अच्छे नहीं रखनेवाले देशों से भी भारत के संबंध अच्छे हैं। असंतुलित संबंधों को संतुलित किया जा रहा है। राष्ट्रसेविका समिति की प्रमुख संचालिका वी.शातक्का ने कहा िक सक्षम राष्ट्र के लिए संगठित होना भी आवश्यक है। महिलाओं में संगठन के प्रति विरोधी गुण नहीं होना चाहिए। मावसी केलकर की प्रतिमा सबके लिए श्रद्धास्थान होगी। कार्यक्रम की प्रस्तावना गरिमा सप्रे ने रखी। संचालन मेधा नांदेडकर ने किया। 

Created On :   28 Nov 2018 11:21 AM IST

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