ताजाबाद केयर टेकर निलंबित , कर्मचारियों ने किया हंगामा

Tajabad care taker suspended, employees created ruckus
ताजाबाद केयर टेकर निलंबित , कर्मचारियों ने किया हंगामा
नोटिस ताजाबाद केयर टेकर निलंबित , कर्मचारियों ने किया हंगामा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ताजाबाद ट्रस्ट ने केयर टेकर शहजादा खान को निलंबित कर 7 दिन में स्पष्टीकरण देने का नोटिस जारी किया है। वर्ष 2017 में न्यायालय के आदेश का हवाला देकर निलंबित किए जाने की हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के सचिव ताज अहमद राजा ने सफाई दी है। खान के परिजनों का आरोप है कि निलंबन के सदमे से हार्टअटैक आया है। फिलहाल एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। निलंबन के िवरोध में ट्रस्ट के कर्मचारियों ने हंगामा किया। शनिवार की देर रात तक ट्रस्ट कार्यालय के सामने हंगामा चलता रहा। मामला पुलिस थाने तक जा पहुंचा। ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने कर्मचारियों पर किसी तरह की आंच नहीं आने की हामी भरने पर कर्मचारियों का गुस्सा शांत हुआ।

न्यायालय के आदेश के आधार पर निलंबन
ताजाबाद ट्रस्ट के पदाधिकारियों की न्यायालय के आदेश पर दो महीने पूर्व नियुक्ति हुई। ट्रस्ट के नए पदाधिकारियों ने पुरानी फाइलें खंगालना शुरू करने से तनातनी चल रही है। इस बीच केयर टेकर शहजादा खान को वर्ष 2017 के न्यायालय के आदेश का आधार लेकर निलंबित किया गया है। ट्रस्ट के सचिव ताज अहमद राजा ने बताया कि आकृतिबंध के अनुसार ट्रस्ट में केयर टेकर पद नहीं है। न्यायालय ने यह फैसला सुनाया था। इसके बावजूद केयर टेकर पद पर बने रहे। न्यायालय के फैसले पर अमल करते हुए निलंबन आदेश निर्गमित किया गया। ट्रस्ट ने प्रशासकीय प्रक्रिया का निर्वहन किया है।

127 कर्मचारी कार्यरत हैं
केयर टेकर के निलंबन से ट्रस्ट के कर्मचारी अपने-आप को असुरक्षित महसूस करने लगे। उन्हें उनकी नौकरी पर भी आंच आने का डर सताने लगा। सभी कर्मचारियों ने एकजुट होकर निलंबन का विरोध किया। देर रात तक ट्रस्ट कार्यालय के सामने हंगामा चलता रहा। सक्करदरा पुलिस थाने पहुंचे। पुलिस से अपनी व्यथा बयां करने पर ट्रस्ट के पदाधिकारियों को थाने बुलाया गया। पदाधिकारियों ने उनकी नौकरी पर आंच नहीं आने की हामी भरने पर गलतफहमी दूर हुई। रविवार को सभी कर्मचारी अपने काम पर लौटने की सूत्रों ने जानकारी दी। ताजाबाद ट्रस्ट में 127 कर्मचारी कार्यरत हैं।

इससे पहले कोई पत्र नहीं मिला
निलंबन का सदमा नहीं बर्दाश्त नहीं होने से हार्टअटैक आया है। वर्ष 2017 के न्यायालय के फैसले का हवाला देकर निलंबन किया गया है। दरअसल इससे पहले कोई भी पत्र नहीं मिला। अचानक निलंबन आदेश जारी किया गया। इसके पीछे कोई सोची-समझी साजिश है। -अमजद खान, (शहजादा खान के भाई)

सख्त कदम उठाने से भू-माफिया बौखलाए
ताजाबाद में भू-माफिया राज है। ट्रस्ट ने इसके खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं, जिसकी वजह से भू-माफिया बौखला गए हैं। अपना अस्तित्व कायम करने के लिए कर्मचारियों को गुमराह कर हंगामा किया गया।प्यारे खान, चेयरमैन, हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट
 

Created On :   23 Aug 2021 3:05 PM IST

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