सरकार ने पूर्वोत्तर मानसून से निपटने के लिए शुरू की तैयारी

Tamil Nadu government starts preparations to deal with northeast monsoon
सरकार ने पूर्वोत्तर मानसून से निपटने के लिए शुरू की तैयारी
तमिलनाडु सरकार ने पूर्वोत्तर मानसून से निपटने के लिए शुरू की तैयारी

डिजिटल डेस्क,चेन्नई। तमिलनाडु सरकार ने पूर्वोत्तर मानसून से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। राज्य में पूर्वोत्तर मानसून के 26 अक्टूबर तक दस्तक देने की संभावना है।

राज्य सरकार ने एक बयान में कहा कि राज्य सरकार टीएन-स्मार्ट ऐप और सरकार के सोशल मीडिया हैंडल का उपयोग मौसम विज्ञान विभाग की युक्तियों के आधार पर सूचना और अलर्ट प्रदान करने के लिए कर रही है।

बयान में कहा गया है कि जनता अपनी शिकायतों को व्हाट्सएप नंबर 9445869848 पर भेज सकती है और इस नंबर पर प्राप्त शिकायतों का ध्यान रखा जाएगा।

सरकार ने उन क्षेत्रों में अंतर-विभागीय समितियों का भी गठन किया है, जो पूर्वोत्तर मानसून के कारण प्रभावित हो सकते हैं। बयान में कहा गया है कि 18,717 महिलाओं सहित लगभग एक लाख लोग संकटग्रस्त लोगों तक पहुंचने के लिए तैयार हैं।

पीडब्ल्यूडी ने 18,626 किलोमीटर लंबे तटबंधों को मजबूत किया है और पूर्वोत्तर मानसून की उम्मीद में 6,616 किलोमीटर के जल निकायों को हटा दिया है।

राज्य सरकार ने जिला कलेक्टरों को राहत शिविरों में रहने वालों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने और बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों और अन्य कमजोर समूहों को दूध, रोटी और दवा की बिना रुकावट के आपूर्ति प्रदान करने का भी निर्देश दिए हैं। सरकार ने जिला कलेक्टरों से जल जनित बीमारियों के खिलाफ कदम उठाने को भी कहा है।

राज्य द्वारा संचालित बिजली उत्पादन और वितरण कंपनी टैंगेडको ने प्राकृतिक आपदाओं के मामले में पहले से ही 1.12 लाख बिजली के खंभे, 25,000 किमी लंबे कंडक्टर और 8,000 ट्रांसफार्मर तैयार रखे हैं।

पूर्वोत्तर मानसून, (जो कुछ दिनों में राज्य में दस्तक देने वाला है) वहीं दक्षिण-पश्चिम मानसून अभी कम नहीं हुआ है। दक्षिण-पश्चिम मानसून से संबंधित आपदाओं के कारण राज्य में 73 लोगों और 180 मवेशियों की मौत हो गई थी। अकेले अक्टूबर में राज्य में 52 प्रतिशत से अधिक बारिश हुई है।

तमिलनाडु के कन्याकुमारी, नीलगिरि, थेनी और तिरुवेनवेली जिलों सहित दक्षिणी जिले ज्यादातर बारिश से प्रभावित हुए हैं और मुख्यमंत्री ने इन क्षेत्रों के जिला प्रशासन को राहत कार्य तेज करने का निर्देश दिए हैं।

बयान में कहा गया है कि कलेक्टरों को निर्देश दिया गया है कि वे लोगों को किसी भी तरह की परेशानी से बचाने के लिए उचित एहतियाती कदम उठाएं।

कन्याकुमारी में, 7 राहत शिविर खोले गए हैं और भारी बारिश के कारण 337 लोगों को समायोजित किया गया है। बयान में कहा गया है कि राज्य सरकार ने बयान में कहा कि राज्य में 245 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए, जबकि 16 पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।

(आईएएनएस)

Created On :   21 Oct 2021 6:00 PM GMT

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