- Home
- /
- कृषि आधारित कौशल प्रशिक्षण से 2000...
कृषि आधारित कौशल प्रशिक्षण से 2000 कृषक उत्पादक समूह निर्माण का लक्ष्य है : निलंगेकर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में युवा-युवतियों को कृषि से संबंधित कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के क्रियान्वनयन को लेकर गुरुवार को दिल्ली में राज्य के कौशल विकास मंत्री संभाजी पाटील निलंगेकर, महाराष्ट्र कौशल विकास सोसायटी, सकाल अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण केन्द्र और पलेडियम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के बीच सौमझोते पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान केन्द्रीय कौशल विकास विभाग के सहसचिव राजेश अग्रवाल मौजूद थे।
राज्यमंत्री संभाजी पाटील ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने युवा-युवतियों को कृषि से संबंधित कौशल प्रशिक्षण देकर राज्य में 2000 कृषक उत्पादक समूह निर्माण करने का लक्ष्य तय किया है। इसकी 10 अक्टूबर से शुरुआत हो चुकी है। कौशल प्रशिक्षण के लिए पहले चरण में प्रदेश के छह जिलों नागपुर, चंद्रपुर, औरंगाबाद, लातुर और बीड को चुना गया है। अगले चरण में शेष जिलों में प्रशिक्षण की शुरुआत होगी।
उन्होने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत समूह कौशल प्रशिक्षण और व्यक्तिगत कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। कृषि आधारित समूह कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से करीब 2,82,000 लाभान्वित होंगे। इसमें से ही 2000 कृषक उत्पादक समूह का निर्माण किया जाएगा। व्यक्तिगत कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत अल्प भूधारक किसानों और कृषि क्षेत्र में इच्छुक युवा-युवतियों को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण से 44238 लाभान्वित होंगे।
उन्होने बताया कि दोनों प्रशिक्षणों का अवधि 16 महीनों का होगा। इसके लिए 190 करोड़ रुपये निधि का प्रवधान किया गया है।
यह निधि केन्द्रीय कौशल मंत्रालय द्वारा दी जायेगी। 190 करोड़ में से 31.15 करोड़ रुपये राज्य सरकार को प्राप्त हो गई है। शेष राशि 70 प्रतिशत प्रशिक्षण कार्यक्रम के क्रियान्वयन के बाद मिलेगी। इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए हुए समझौते पर महाराष्ट्र कौशल विकास सोसायटी के निदेशक डी डी पवार, सकाल अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण केन्द्र के उपाध्यक्ष बॉबी निंबालकर और पलेडियम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की कार्यकारी अधिकारी बरबोरा सुरती ने हस्ताक्षर किए।
Created On :   11 Oct 2018 9:58 PM IST