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मप्र और महाराष्ट्र बस सेवा बंद होने से टैक्सी वालों की मनमानी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर से मध्यप्रदेश के लिए बस सेवा बंद है। मध्यप्रदेश परिवहन विभाग ने महाराष्ट्र से आनेवाली यात्री बसों पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया है। इसका लाभ टैक्सी संचालक उठा रहे हैं। वे यात्रियों से 4 से 5 गुना अधिक किराया वसूल रहे हैं।
अवैध वसूली भी लंबे समय से : आम दिनों में छिंदवाड़ा के लिए बस टिकट 120 रुपए था। बसें बंद होने से टैक्सी संचालक एक यात्री से छिंदवाड़ा का भाड़ा 500-600 रुपए वसूल रहे हैं। इतना भाड़ा तब स्वीकार किया जा रहा है, जब टैक्सी में कम-से-कम 4 यात्री सवार हों। एक व्यक्ति को टैक्सी से छिंदवाड़ा जाना हो तो 2000 से 2200 तक लिए जा रहे हैं। इसके विपरीत छिंदवाड़ा से नागपुर आनेवाले यात्री से 700 रुपए वसूले जा रहे हैं। रोजाना सैकड़ों टैक्सियां बेराेक-टोक मध्यप्रदेश जा-आ रही हैं। छिंदवाड़ा की सीमा में दाखिल होनेवाली टैक्सियों को सातनूर नाके से दाखिल होना पड़ता है। अवैध वसूली का गोरखधंधा यहां लंबे समय से शुरू है।
सीमा पर बदल जाती हैं टैक्सियां : नागपुर-मध्यप्रदेश मार्ग पर टैक्सियों का अवैध संचालन लंबे समय से जारी है। कुछ टैक्सी संचालक ‘सेटिंग’ के जरिए सीमा पार आ-जा रहे हैं तो कुछ ने शासन की आंखों में धूल झोंकने की तरकीब खोज निकाली है। इसके तहत एक टैक्सी यात्रियों को नागपुर से मध्यप्रदेश की सीमा तक पहुंचाती है। सीमा पर टैक्सी बदलकर यात्रियों को मध्यप्रदेश में गंतव्य तक पहुंचा दिया जाता है। ऐसा महाराष्ट्र की सीमा पर भी हो रहा है।
कस्तूरचंद पार्क में लगी रहती है टैक्सियों की कतार : कस्तूरचंद पार्क के पास से छिंदवाड़ा के लिए टैक्सियों का संचालन किया जा रहा है। एक टैक्सी संचालक ने बताया कि मध्यप्रदेश की सीमा पर यात्रियों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट की जांच नहीं की जा रही है। नाके पर 100-200 रुपए देकर टैक्सी संचालक सीमा पार कर लेता है। कभी-कभी ही मध्यप्रदेश की सीमा में पुलिस अथवा आरटीओ द्वारा चालान की कार्रवाई होती है। यह कार्रवाई महाराष्ट्र की टैक्सियों पर होती है। चालान से बचने के लिए यहां भी 100-200 की टीप देकर चालक निकल जाता है।
Created On :   1 July 2021 6:22 AM GMT