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फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हुई शिक्षक नियुक्ती, एसआईटी करेगी जांच

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अपंग एकात्मिक शिक्षा योजना के तहत विशेष शिक्षकों की भर्ती और कर्मचारियों को प्रदेश के प्राथमिक स्कूल में समायोजित करने में हुए घोटाले की विशेष जांच दल (एसआईटी) के माध्यम से जांच कराई जाएगी। विधान परिषद में प्रदेश के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एसआईटी में राज्य सरकार के प्रशासकीय अधिकारी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, शिक्षा आयुक्त और ग्राम विकास विभाग के उच्च अधिकारियों को शामिल किया जाएगा। तावडे ने कहा कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नियुक्ति हुई है।
विनोद तावड़े ने कहा, घोटाले का दायरा काफी बड़ा है। एसआईटी युद्ध स्तर पर जांच करेगी। ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए कांग्रेस सदस्य चंद्रकांत रघुवंशी और राष्ट्रवादी कांग्रेस सदस्य सतीश चव्हाण समेत अन्य सदस्यों ने यह मुद्दा उठाया था। तावड़े ने आगे कहा कि तत्कालीन सरकार के दौरान नियुक्ति से संबंधित जारी आदेश और राज्य मंत्रिमंडल में पेश की गई इससे जुड़ी जानकारी में अंतर है। नियुक्ति के समय ग्राम विकास विभाग के परिपत्र को दिखा नियुक्ति हासिल की जाती थी। इस बीच तावड़े ने बताया कि 595 विशेष शिक्षक व कर्मचारियों में से नासिक विभाग में 341 विशेष शिक्षक व कर्मचारियों को समायोजित किया गया है। जबकि जलगांव जिले में 216 विशेष शिक्षक व कर्मचारियों में से 181 लोगों को समायोजित किया गया है।
होली पर बिना टिकट यात्रियों से वसूले गए 59.54 लाख
इसके अलावा होली की छुट्टियों के दौरान ट्रेनों में बगैर टिकट यात्रा करने वालों से मध्यरेलवे ने बतौर जुर्माना 59 लाख 54 हजार 650 रुपए वसूल किए। मध्य रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार 20 फरवरी से 28 फरवरी के दौरान मध्य रेल के फ्लाइंग स्क्वाड(टिकट चेकिंग) टीम ने बिना टिकट / अनियमित यात्रा के 8828 मामलों में 59,54,650 रूपएजुर्माने के तौर पर वसूल किए। 3 दिनों में 200 फीसदी से अधिक की तुलनात्मक वृद्धि हासिल की गई । 25 फरवरी को एक दिन में ही 10 लाख 58 हजार 850 रुपए बगैर टिकट वाले यात्रिय़ों से वसूल किए गए। पिछले साल इस दौरान सिर्फ 2 लाख 75 हजार रुपए वसूल हुए थे।
Created On :   8 March 2018 12:15 AM IST