गर्म लू के थपेड़ों से राहत के नहीं हैं आसार, पारा 43 के पार

temperature is gone beyond 43 degree celsius in Vidarbha Area
गर्म लू के थपेड़ों से राहत के नहीं हैं आसार, पारा 43 के पार
गर्म लू के थपेड़ों से राहत के नहीं हैं आसार, पारा 43 के पार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में इन दिनों लू के थपेड़ों ने कहर बरपा रखा है। सोमवार की सुबह से ही चिलचिलाती धूप के ने लोगों को परेशान कर रखा है।  तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं रहा, लेकिन बादलों के छटने से धूप का तीखापन बढ़ा है। सुबह से ही लू चलने से सड़कें सूनी नजर आईं। मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल गर्मी की प्रचंडता से निजात मिलने के आसार नहीं हैं। विदर्भ में लू का असर बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान व इससे जुड़े मध्य प्रदेश पर एक चक्रवाती चक्र बना हुआ है। इस चक्र के मध्य से ही एक द्रोणिका राजस्थान से छत्तीसगढ़ तक खिंची हुई है। उत्तर-दक्षिण द्रोणिका मध्य महाराष्ट्र से अरब सागर तक कर्नाटक होते हुए गुजर रही है। इससे अनुमान है कि नमी का कुछ रिसाव विदर्भ की ओर बना रहेगा। साथ ही लू का प्रकोप भी पूरे सप्ताह जारी रहेगा। नमी आने से सुबह से उमस व दोपहर बाद तीखी गर्मी लोगों को परेशान रखेगी। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1 डिग्री ऊपर रहा। न्यूनतम तापमान सामान्य पर 26.9 डिग्री सेल्सियस रहा। आर्द्रता अधिकतम 38 व न्यूनतम 26 प्रतिशत रही। 

अच्छे संकेत 
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, प्रशांत महासागर का सतही तापमान सामान्य का मानसून पर गहरा असर होता है। इसका सतही तापमान 22.5 डिग्री सेल्सियस सामान्य माना जाता है और पिछले दिनों में इसके तापमान में व्यापक वृद्धि हुई। आंकड़ों में अगर देखें तो भारतीय मानसून को प्रभावित करने वाले नीनो 3.4 इंडेक्स में 2 डिग्री सेल्सियस का बदलाव आया है। 3 मई को यह ऊपर चढ़ते हुए तटस्थ स्थिति यानि 0°C पर पहुंच गया। आने वाले हफ्तों में इसमें और वृद्धि के आसार हैं। यह लगातार 5 वां सप्ताह है, जब प्रशांत महासागर की सतह के तापमान में वृद्धि रही। वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ और मौसम विज्ञान विभाग के प्रेसीडेंट एवीएम जीपी शर्मा के मुताबिक इस सूची में आगामी सप्ताहों में वृद्धि जारी रहेगा। मौसम से जुड़े सभी मॉडल संकेत कर रहे हैं कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगमन से पहले, मई में ही अल नीनो सदर्न ओशिलीएशन (ईएनएसओ) तटस्थ स्थिति में आ जाएगा। संभावना है कि इसकी तटस्थ स्थिति पूरे मानसून सीजन में जारी रहेगी।

Created On :   7 May 2018 12:25 PM IST

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