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अपने 5 परिजनों की हत्या करने वाले का जेल के अंदर आतंक, 3 कैदियों पर किया हमला
डिजिटल डेस्क, नागपुर। सेंट्रल जेल में एक विचाराधीन कैदी ने तीन कैदियों पर जानलेवा हमला कर हत्या का प्रयास किया। घायलों के नाम राजू मोहनलाल वर्मा (54) जुनी कामठी रोड (क्वार्टर नंबर 108, चिंतामणि नगर, नागपुर), आत्माराम रॉय और गणेश प्रताप सिंह ठाकुर हैं। आरोपी विवेक गुलाबराव पालटकर (37) के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है।
कपड़े में पत्थर बांधकर प्रहार
विवेक विचाराधीन कैदी है। उसने वर्ष 2018 में अपने बेटे, बहन, बहनोई, सास और भांजी की हत्या कर दी थी। एक ही दिन में 5 लोगों की हत्या करने वाले इस अारोपी को अपराध शाखा पुलिस ने लुधियाना से गिरफ्तार कर यहां लाया था। तब से यह सेंट्रल जेल में बंद है। 19 जून को उसने राजू वर्मा के सिर पर कपड़े में पत्थर बांधकर प्रहार किया। राजू वर्मा को बचाने आगे आए आत्माराम रॉय और गणेश ठाकुर को भी उसने जख्मी कर दिया। आरोपी विवेक के साथ उक्त सभी कैदी सेंट्रल जेल में बैरक 7 में बंद थे। जेलकर्मी हेमंत इंगोले की शिकायत पर धंतोली पुलिस ने विवेक पालटकर पर तीन कैदियों की हत्या का प्रयास करने के आरोप में धारा 307, 324 के तहत मामला दर्ज किया है।
पहले भी हुआ था ऐसा
जेल अधिकारियों की सतर्कता के चलते बड़ी अनहोनी टल गई। कुछ दिन पहले जेल में रोशन शेख नामक कैदी ने आत्महत्या की कोशिश की थी, तब भी जेल रक्षक की सतर्कता के चलते अनहोनी टल गई थी।
विवाद का कारण खोज रहा जेल प्रशासन
जेल अधीक्षक कुमरे ने कहा कि विवाद का कारण पता लगाने की कोशिश की जा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि बैरक के अंदर विवेक ने पत्थर कहां से लाया। बैरक नंबर 7 में विवेक और राजू वर्मा काफी दिन से एक दूसरे के आमने-सामने ही रहते थे। दो दिन पहले भी उनमें नोकझोंक हुई थी।
बैरक नंबर 7 में बंद थे सभी कैदी
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 19 जून को शाम करीब 5.15 बजे जेल अधीक्षक अनूप कुमरे कुछ सहयोगियों के साथ जेल के राउंड पर निकले। उन्हें खबर मिली कि बैरक नंबर 7 में कुछ कैदियों के बीच मारपीट शुरू है। वह सबसे पहले बैरक नंबर 7 में पहुंचे, तो देखा कि कैदी राजू वर्मा के सिर से खून बह रहा है। पूछताछ करने पर पता चला कि विवेक पालटकर ने कपड़े में पत्थर बांधकर उसका सिर फोड़ दिया। उसे बचाने दौड़े आत्माराम रॉय और गणेश ठाकुर पर भी उसने हमला कर जख्मी किया। जेल अधीक्षक अनूप कुमरे के आदेश पर घायल राजू वर्मा को तत्काल मेडिकल अस्पताल भेजा गया। देर रात करीब 1.15 बजे उपचार के बाद उसे वापस सेंट्रल जेल भेजा गया। आत्माराम और गणेश ठाकुर की जेल अस्पताल में ही जांच कराई गई। राजू वर्मा, आत्माराम और गणेश को वापस बैरक नंबर 7 में रखा गया। विवेक पालटकर को अंडा सेल में भेज दिया गया है।
परिजनों का हत्यारा है विवेक
विवेक पालटकर ने 10 जून 2018 को बहनोई कमलाकर पवनकर (45 वर्ष), बहन अर्चना पवनकर (40 ), अर्चना की सास मीराबाई पवनकर (70 ), भांजी वेदांती पवनकर (12) और अपने बेटे कृष्णा उर्फ गणेश पालटकर (4) की हत्या कर दी थी। कमलाकर भाजपा के पदाधिकारी थे और प्रापर्टी डीलिंग का काम करते थे। घटना के बाद विवेक लुधियाना भाग गया था। अपराध शाखा पुलिस विभाग के तत्कालीन कर्मचारी बट्टूलाल पांडे, किरण चौगुले, रमेश उमाटे ने उसे लुधियाना से गिरफ्तार किया था। तब से वह सेंट्रल जेल में बंद है।
राजू ने चाय वाले की हत्या की थी
सदर मंगलवारी क्षेत्र में सब्जी की दुकान लगाने के लिए जगह को लेकर अक्षय किशोर निर्मले (23) संभाजी कासार मार्ग, मस्कासाथ निवासी का विवाद हो गया। आरोपी रितेश वर्मा, उसके भाई निखिल वर्मा, सुमित वर्मा और राजू वर्मा ने अक्षय की हत्या कर दी। वर्मा बंधुओं का मंगलवारी बाजार में काफी दबदबा था। अक्षय चाय की दुकान लगाता था। तब से राजू वर्मा सेंट्रल जेल में बंद है।
Created On :   21 Jun 2021 5:42 AM GMT