दिवाली बाद होगा जिप स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता का ऑडिट, उड़न दस्ते गठित

The academic quality of schools run by the Zilla Parishad will be audited after Diwali
दिवाली बाद होगा जिप स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता का ऑडिट, उड़न दस्ते गठित
दिवाली बाद होगा जिप स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता का ऑडिट, उड़न दस्ते गठित

डिजिटल डेस्क नागपुर। जिला परिषद द्वारा चलाए जाने वाले स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता का दिवाली बाद ऑडिट किया जाएगा। इस कार्य को अंजाम देने के लिए गट शिक्षा अधिकारियों के नेतृत्व में उड़नदस्ते गठित किए गए हैं। उड़नदस्ते स्कूलों का औचक निरीक्षण कर रिपोर्ट जिला परिषद को प्रस्तुत करेंगे। 

जिला परिषद स्कूलों के शैक्षणिक गुणवत्ता में पिछड़ जाने से निजी स्कूलों की ओर विद्यार्थियों का रुझान बढ़ रहा है। इसे रोकने के लिए जिला परिषद स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने की मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय यादव ने पहल की है। हालांकि इससे पहले भी इस तरह के प्रयास हो चुके हैं, लेकिन अपेक्षित परिणाम नहीं मिले। शिक्षकों पर अध्यापन के अलावा अतिरिक्त कार्यों का बोझ डाले जाने से शैक्षणिक गुणवत्ता में जिप स्कूलों के पिछड़ जाने के कारण बताए जाते हैं। इसी के साथ शिक्षकों की गैरजिम्मेदराना प्रवृत्ति भी एक बड़ा कारण है। गट शिक्षणाधिकारी के नेतृत्व में उड़नदस्ते स्कूलों का आैचक निरीक्षण कर शैक्षणिक गुणवत्ता का ऑडिट किया जाएगा। उड़नदस्ते के दौरे का नियोजन मुख्य कार्यकारी अधिकारी करेंगे।

सभापति ने दिए निर्देश
जिप शिक्षण समिति की बैठक में सभापति उकेश चौहान ने दिवाली के बाद शैक्षणिक गुणवत्ता ऑडिट करने के निर्देश दिए हैं। विद्यार्थी संख्या के आधार पर स्कूलों का वर्गीकरण किया गया है। जो स्कूल शैक्षणिक गुणवत्ता में पीछे पाए जाएंगे, उनकी गुणवत्ता बढ़ाने के लिए आवश्यक उपाययोजना करने की सूचना संबंधित स्कूलों को दी जाएगी। सूचना का पालन नहीं करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी। नियमों को किनारा कर भत्ता उठाने वाले शिक्षकों की कार्रवाई रिपोर्ट भी दिवाली के बाद पेश करने के निर्देश सभापति ने दिए हैं।

एमए मराठी में सप्तश्रृंगी यूनिवर्सिटी में प्रथम
महिला महाविद्यालय नंदनवन की छात्रा सप्तश्रृंगी मोरस्कर ने एमए मराठी की परीक्षा में सर्वाधिक अंक लेकर राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं विद्या आगारे 8वें स्थान पर रही। मराठी विभाग प्रमुख डॉ. केशव मेढे, डॉ. प्रवीण नागपुरकर का मार्गदर्शन मिला। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय प्रधानाचार्य डॉ. राष्ट्रपाल गणवीर, प्राध्यापक तथा माता-पिता को दिया है। महाविद्यालय में नियमित उपस्थिति और कक्षा में पढ़ाए गए पाठ्यक्रम की नियमित पढ़ाई से सफलता मिलने की प्रतिक्रिया में व्यक्त की है।

 
 

Created On :   5 Nov 2018 12:24 PM IST

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