नहीं रहा डकैतों का खौफ 91 प्रतिशत तक हुआ मतदान

the active inter-state dacoits maintained distance from the polling  area
नहीं रहा डकैतों का खौफ 91 प्रतिशत तक हुआ मतदान
नहीं रहा डकैतों का खौफ 91 प्रतिशत तक हुआ मतदान

डिजिटल डेस्क, सतना।  पुलिस और अर्धसैनिक बलों की मौजूदगी के चलते इलाके में सक्रिय अंतर्राज्यीय डकैतों ने दूरी बनाए रखी। साढ़े 5 लाख के ईनामी बबुली कोल समेत सवा लाख के ईनामी गौरी यादव और नई नवेली दस्यु सुंदरी साधना पटेल ने अपनी जान बचाने के लिए सतना जिले की सीमा से दूर रहने में ही भलाई समझी। जिसके चलते दूर-दराज के मतदान केन्द्रों में भी बम्पर वोट पड़े। इसका उदाहरण कठवरिया की पोलिंग रही, जिसमें 91 प्रतिशत से ज्यादा मत पड़े। वहीं जवारिन में तो इतनी लम्बी कतार रही कि शाम 5 बजे की समय-सीमा पूरी होने के बाद 296 मतदाताओं को टोकन देने पड़े, जिनके वोट शाम साढ़े 7 बजे तक डलवाए गए। तराई में निर्भीक होकर मत डालने का मौका पाकर मतदान केन्द्रों की तरफ दौड़े चले आए। महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं की लम्बी-लम्बी कतारें देखी गईं। सुरक्षा के लिए सभी थाना प्रभारी, अनुविभागीय अधिकारी और अद्र्धसैनिक बलों के जवान निरंतर पेट्रोलिंग भी करते रहे। कहीं से भी कोई विवाद की सूचना भी नहीं आई।

आधा सैकड़ा सशस्त्र जवानों के पहरे में रहेगा स्ट्रॉग रूम
 जिले की 7 विधानसभा क्षेत्रों से मतदान के बाद व्यंकट क्रक्रमांक-1 विद्यालय लाई जा रही ईवीएमों को कड़ी सुरक्षा के बीच स्ट्रॉग रूम में रखा गया है। जिसके लिए पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। आरआई सत्यप्रकाश मिश्रा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर तीन स्तर की व्यवस्था लगाई जाएगी। सबसे अंदर के घेरे में आईटीबीपी के 35 जवान तैनात रहेंगे। दूसरे घेरे में एसएएफ के 11 जवानों की ड्यूटी रहेगी, जबकि आखिरी चक्र में जिला पुलिस के 1-4 का दस्ता लगाया जाएगा। इसके अलावा पूरे परिसर को सीसीटीवी कैमरे से लैश किया गया है। आगामी 11 दिसम्बर तक ऐसी ही इंतजाम रहेंगे।

बार्डर के नाकों पर अलर्ट रही दोनों राज्यों की पुलिस
सतना। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तरप्रदेश की सीमा पर 13 अंतर्राज्यीय नाके स्थापित किए गए थे। जिनमें से बांदा की तरफ 2 और कर्बी की ओर 11 पोस्ट चल रही थीं, जिन पर 8-8 पुलिसकर्मी तैनात थे। इन सभी के द्वारा आने-जाने वाले वाहनों की सघन जांच के साथ ही लोगों लोगों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए दस्तावेज भी देख रहे थे। इन नाकों को लगाने का मुख्य उद्देश्य बार्डर के उस पार से शराब, रुपए व अन्य सामान सतना की तरफ लाकर मतदाताओं को प्रभावित करने से रोकना था, जिसके लिए पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह गौर ने कर्बी एसपी मनोज झा के साथ सतत सम्पर्क बनाए रखा। साथ ही आईजी उमेश जोगा भी सक्रिय रहे। इन नाकों पर यूपी पुलिस के मारकुण्डी, मानिकपुर, कर्बी कोतवाली के थाना प्रभारियों समेत आसपास के चौकी इंचार्जों को 8-8 घंटे की शिफ्ट में जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

 

Created On :   29 Nov 2018 1:18 PM IST

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