कथित हनी ट्रैप : फर्जी आवेदनों से होता था ब्लैकमेलिंग का खेल, महिला आरक्षक से लेकर SI तक शामिल

The alleged Honey Trap case of mp, Blackmailing game by fake applications
कथित हनी ट्रैप : फर्जी आवेदनों से होता था ब्लैकमेलिंग का खेल, महिला आरक्षक से लेकर SI तक शामिल
कथित हनी ट्रैप : फर्जी आवेदनों से होता था ब्लैकमेलिंग का खेल, महिला आरक्षक से लेकर SI तक शामिल

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। पुलिस और फर्जी पत्रकारों की ब्लैकमेलिंग में कई आरक्षकों से लेकर एसआई स्तर तक की कई महिला पुलिस कर्मी भी शामिल थीं। धनवंतरी नगर में हुए कथित हनी ट्रैप मामले की जांच में इस नई जानकारी से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों के अनुसार पुलिस अफसरों पर अपने विभाग की कर्मचारियों को बचाने का भारी दबाव है, जिसको लेकर वैधानिक तरीके और रास्ते खोजे जा रहे हैं। पुलिस अफसरों का कहना है कि जांच लगभग पूरी हो चुकी है, लेकिन वीआईपी मूवमेंट की व्यस्तता और कुछ तकनीकी साक्ष्यों की कमी के कारण मामला अटका हुआ है।

ऐसे रची जाती थी योजना
सूत्रों के अनुसार इस खेल की शुरूआत थानों में बनी महिला डेक्स में फर्जी आवेदन से होती थी, ज्यादातर मामले थानों में ही लेनदेन के बाद निपटा लिए जाते थे, लेकिन जिन मामलों में बात नहीं बनती थी, उनको मीडिया ट्रायल के नाम पर उछाला जाता था। इनमें उन लोगों को टारगेट किया जाता था, जिनके खिलाफ शारीरिक शोषण की शिकायतें होती थीं, लेकिन उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए मौके तलाशे जाते थे। ज्यादातर ब्लैकमेलिंग शादी, सामाजिक और पारिवारिक कार्यक्रमों के वक्त पर की जाती थी।

जल्द होगा खुलासा
एएसपी संजीव उईके के अनुसार विवेक मिश्रा नाम के पत्रकार के बयान होने बाकी है, इसके अलावा घटना से जुड़े सभी लोगों के बयान दर्ज हो चुके हैं, कॉल डिटेल की सीडीआर रिपोर्ट और ऑडियो-वीडियो की टेम्परिंग रिपोर्ट मिलते ही जांच पूरी हो जाएगी और फिर एफआईआर दर्ज करके खुलासा कर दिया जाएगा। जांच में जितने लोगों के खिलाफ सबूत मिलेंगे उनको नहीं बख्शा जाएगा।

Created On :   6 Oct 2018 1:24 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story