बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ स्कीम के नाम पर ऐंठ रहे राशि

The amount of money being collected in the name of Beti Bachao-Beti Padhao
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ स्कीम के नाम पर ऐंठ रहे राशि
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ स्कीम के नाम पर ऐंठ रहे राशि

डिजिटल डेस्क, गोंदिया।'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' स्कीम के लिए लोगों से रकम ऐंठने की जानकारी है। स्कीम के नाम पर दो लाख रुपए अनुदान देने का लालच देकर अभिभावकों से गोपनीय जानकारी एकत्रित की जा रही है।  अभिभावकों से एक फार्म भरवाकर उसे पोस्ट ऑफिस के माध्यम से बाल विकास मंत्रालय भेजा जा रहा है।  आवेदन में बताया जा रहा है कि बेटी के 18 वर्ष पूर्ण होने पर उसे 2 लाख रुपए की राशि दी जाएगी। 2 लाख रुपए की राशि अनुदान कपाने के लालच में हजारों अभिभावक आवेदन खरीद रहे हैं। 

पोस्ट आफिस में लगी भीड़
गोरेगांव तहसील के पोस्टआफिस में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में आवेदन जमा करने पहुंच रहे हैं। हैरत की बात है कि इस तरह का कोई अध्यादेश सरकार ने जारी नहीं किया है और ना ही इस प्रकार की कोई सूचना प्रशासन ने दी है। इसके बावजूद हजारों की तादाद में बाल विकास विभाग को आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। गोरेगांव के एकात्मिक बाल विकास योजना प्रकल्प के प्रकल्प अधिकारी ने नागरिकों से इस संबंध में सतर्कता बरतने और इसकी शिकायत करने की अपील की है।  गौरतलब है कि 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" योजना केंद्र सरकार द्वारा पुरस्कृत है। 

योजना की जानकारी से हैं अनभिज्ञ 
राज्य के 16 जिलों में बेटियों का जन्मदर बढ़ाने के लिए इस योजना का प्रचार-प्रसार विविध माध्यमों से किया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से किसी अभिभावक या व्यक्तिगत तौर पर प्रोत्साहन राशि नहीं दी जाती। ना ही कोई नगद राशि का लाभ दिया जाता है। बावजूद कुछ दलाल या संस्थाएं 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" के नाम पर भोले-भाले अभिभावक व नागरिकों को झूठी जानकारी देकर पोस्ट आफिस के माध्यम से आवेदन जमा कराए जा रहे हैं। 

मांगी जा रही महत्वपूर्ण जानकारी 
बंद लिफाफे में जो आवेदन भारत सरकार महिला व बाल विकास मंत्रालय को भेजे जा रहे हंै, उस आवेदन में महत्वपूर्ण जानकारी मांगी जाती है। जैसे कि जिसके नाम से आवेदन भरा जा रहा है, उस लड़की की फोटो, आधार कार्ड नं., बैंक खाता नंबर एवं अन्य दस्तावेजों की जानकारी का समावेश है। गुप्त जानकारी आवेदन पर भरी जाने से कई इसका विपरित परिणाम उनके दस्तावेजों के साथ तो नहीं होंगे यह भी खतरा बना हुआ है। 

बाल विकास मंत्रालय में भेजे जा रहे पत्र
 बड़ी संख्या में भारत सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय शास्त्री भवन दिल्ली पिन कोड नं.११०००१ के पते पर इस तरह के आवेदन बंद लिफाफे में गोरेगांव पोस्ट आफिस के माध्यम से रजिस्ट्री कराकर भेजे जा रहे हैं। इस संदर्भ में जब बाल विकास प्रकल्प अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने इस तरह की कोई योजना की जानकारी नहीं होने की बात कही। अब तक हजारों पत्र इस कार्यालय के माध्यम से नागरिकों ने उपरोक्त कार्यालय में भेजे हैं। 
- व्ही.टी.बागडे  प्रबंधक, पोस्ट आफिस गोरेगां

खुलकर करें शिकायत
'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" योजना केंद्र सरकार द्वारा पुरस्कृत है। इस योजना का प्रचार-प्रसार समाज प्रबोधन एवं अन्य माध्यमों से किया जा रहा है। कुछ व्यक्ति लाभार्थियों से आवेदन भरवाकर 2 लाख रुपए तक का लाभ दिए जाने के नाम पर उन्हें फंसा रहे हैं। यह बात हमारे विभाग को ध्यान में आई है, जबकि इस प्रकार का कोई आदेश या अध्यादेश विभाग को प्राप्त नहीं हुआ है।  ऐसी अफवाहों पर विश्वास न रखें। तत्काल ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ विभाग से शिकायत करें। उन पर कार्यवाही की जाएगी। 
- आर.बी.वाघ बालविकास प्रकल्प अधिकारी
 

Created On :   16 Feb 2018 2:26 PM IST

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