तीसरी लहर में उपचार के लिए शहर पर बना रहेगा गांवों का भार    

The burden of villages will remain on the city for treatment in the third wave
तीसरी लहर में उपचार के लिए शहर पर बना रहेगा गांवों का भार    
तीसरी लहर में उपचार के लिए शहर पर बना रहेगा गांवों का भार    

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला परिषद ने हर तहसील के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 10 बेड का बाल कोविड केयर सेंटर खोलने का नियोजन किया है। वहां बिना लक्षण तथा हल्के लक्षणवाले बाल मरीजों के इलाज की व्यवस्था रहेगी। तीव्र लक्षण तथा गंभीर मरीजों के इलाज की व्यवस्था का नियोजन नहीं किया गया है। गंभीर बाल मरीजों के इलाज की व्यवस्था नहीं रहने से उन्हें शहर आने के सिवा कोई चारा नहीं रहेगा।  

130 बेड का इंतजाम
जिले में 13 तहसील हैं। हर तहसील के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 10 बेड का इंतजाम किया जाएगा। जिले की 13 तहसील में 130 बेड रहेंगे। इसके अतिरिक्त ग्रामीण अस्पताल में 30 बेड बाल कोविड मरीजों के लिए आरक्षित रखे जाएंगे।  

जिला परिषद खर्च नहीं करेगी फूटी कौड़ी
 बाल कोविड केयर सेंटर पर छह महीने का 654 लाख रुपए खर्च अपेक्षित है। संपूर्ण खर्च राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन व जिला प्रबंधन निधि से किया जाएगा। जिला परिषद सेस फंड से फूटी कौड़ी भी खर्च नहीं किया जाएगा। 

अनुबंध पर होगी डॉक्टरों की नियुक्ति
जिला परिषद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में बालरोग विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं है। बाल कोविड केयर सेंटर के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत अनुबंध पर डॉक्टर्स की नियुक्ति की जाएगी। ऑक्सीजन कांसंट्रेटर, जम्बो सिलेंडर, औषधि तथा अन्य मेडिकल सामग्री खरीदी के लिए जल्द ही टेंडर जारी किए जाएंगे।

संकट में भी नहीं छूटा निर्माणकार्यों का मोह
जिला परिषद के सेस फंड से रास्ते, नालियां व अन्य विकासकार्य करने का नियोजन है। संकट के समय भी जिला परिषद का निर्माणकार्यों से मोह नहीं छूटा है, जबकि सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्य सेस फंड की निधि से स्वास्थ्य सुविधा समक्ष करने की मांग कर चुके हैं।  
 

Created On :   21 May 2021 4:10 PM IST

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