भीड़ नहीं हो रही कम, संक्रमण से लड़ना हो रहा मुश्किल

The crowd is not getting less, it is difficult to fight infection
भीड़ नहीं हो रही कम, संक्रमण से लड़ना हो रहा मुश्किल
भीड़ नहीं हो रही कम, संक्रमण से लड़ना हो रहा मुश्किल

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  कोरोना से निजात पाने के लिए टीकाकरण केंद्रों पर उमड़ रही भीड़ संक्रमण बढ़ाने के लिए काफी है। अव्यवस्था ऐसी कि पूछिए मत। न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है, न ही पर्याप्त स्टाफ रह रहा है। हर केंद्र पर मनमानी चल रही है। महामारी से जंग में आला अफसरों की लापरवाही जनता भुगत रही है। वातानुकूलित कमरों में बैठकर अफसर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। हकीकत देखने की जहमत कोई नहीं उठा रहा है। जनता की इतनी ही फिक्र होती तो बिना बताए रोज वैक्सीनेशन सेंटर से लेकर जांच केंद्रों का दौरा किया जाता। इससे व्यवस्थाएं भी दुरुस्त होतीं और संक्रमण को रोकने में मदद मिलती। टीकाकरण केंद्रों पर रजिस्ट्रेशन से लेकर अन्य कार्यों में इस कदर लापरवाही बरती जा रही है, जो संक्रमण रोकने के बजाय बढ़ाने का कारण बन रहा है।

नए केंद्रों पर थोड़ी भीड़ रही
पुराने टीकाकरण केंद्रों पर व्यवस्था ठीक-ठाक रही। मनपा के नए केंद्रों पर थोड़ी भीड़ रही। उसे नियंत्रित करने का प्रयास किया जाएगा। ईएसआईसी और डॉ. बाबासाहब आंबेडकर अस्पताल की जिम्मेदारी संबंधित अस्पताल प्रशासन की है। 
-राम जोशी, अतिरिक्त आयुक्त, मनपा

ईएसआईसी अस्पताल 
सोमवारी क्वार्टर स्थित ईएसआईसी अस्पताल हमेशा चर्चा में रहता है। टीकाकरण की शुरुआत से ही यहां की अव्यवस्थाएं किसी से छुपी नहीं हैं। केंद्र पर वैक्सीन लगाने के लिए लोगों की लंबी कतारें लग रही हैं। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के बावजूद विलंब के कारण भीड़ जमा हो रही है। यह रोज की बात है। सोशल डिस्टेंसिंग का कहीं कोई पालन नहीं हो रहा। 

इंदोरा स्वास्थ्य केंद्र
महापौर दयाशंकर तिवारी के आदेश पर मनपा ने 11 नए टीकाकरण केंद्र शुरू किए। इंदोरा नागरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर की नियुक्ति ही नहीं की गई। आयुक्त को सूचना मिलने पर तत्काल वैकल्पिक डॉक्टर का इंतजाम किया गया। डॉक्टर पहुंचने तक वैक्सीनेशन शुरू नहीं होने से नागरिकों की भीड़ जमा हो गई। डॉक्टर के इंतजार में वरिष्ठ नागरिक परेशान होते रहे। 

डॉ. बाबासाहब आंबेडकर अस्पताल  
इंदोरा परिसर में ही डॉ. बाबासाहब आंबेडकर अस्पताल वैक्सीनेशन सेंटर है। रामसुमेर पारसी सुबह 10 बजे पत्नी के साथ वैक्सीन लगवाने पहुंचे। पहले से आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था। एक घंटा कतार में खड़ा रहने के बाद उन्हें एक पर्ची थमाई गई। कोमार्बीड होने के कारण डॉक्टर से लिखवाकर लाने के लिए कहा गया। उन्हें 12 बजे तक वैक्सीनेशन चालू रहना बताया गया। बताए गए समय पर लौटकर आए, लेकिन तब तक वैक्सीनेशन बंद कर दिया गया था। 3 घंटे इंतजार के बाद उन्हें वैक्सीन लगाई गई।
 

Created On :   20 March 2021 2:53 PM IST

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