विभागीय आयुक्त ने डॉक्टरों से कहा - आप जितना कर सकते हैं करें

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
विभागीय आयुक्त ने डॉक्टरों से कहा - आप जितना कर सकते हैं करें

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  नागपुर जिले में कोरोना महामारी नियंत्रण से बाहर होता देख संसाधनों की मांग को लेकर मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर विभागीय आयुक्त से मुलाकात करने पहुंचे। विभागीय आयुक्त ने दो टूक जवाब दिया कि हम अपना प्रयास कर रहे हैं, आप जितना कर सकते हैं करें, जबकि डॉक्टरों का कहना है उन्होंने कहा कि क्षमता से ज्यादा मरीज आते हैं, तो कैजुअल्टी बंद कर दो। दूसरी तरफ विभागीय आयुक्त का कहना है कि यह बात मैंने कही ही नहीं है। रविवार को काफी मरीज आने के कारण कैजुअल्टी के गेट बंद करने पड़े थेे। उसके बाद डॉक्टरों ने प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए प्रदर्शन किया था।

डॉक्टरों ने दिए सुझाव
विभागीय आयुक्त संजीव कुमार से मिलने पहुंचे डॉक्टरों ने कई विषयों पर अपनी बात रखी, साथ ही समस्याओं के समाधान भी दिए। डॉक्टरों ने कहा कि हम सभी अपनी पूरी क्षमता से इलाज करने के लिए तैयार हैं। हम निजी समस्याएं परीक्षा, आराम, परिवार सब कुछ छोड़ रहे हैं। अाप हमें संसाधन दिलाइए। बेड की व्यवस्था करें। ऑक्सीजन, आईसीयू और दवाइयां उपलब्ध कराइए, साथ ही जो बड़े स्कूल और कॉलेज हैं, वहां पर बेड लगाकर अन्य आयुर्वेद के डॉक्टर और होमियोपैथ के डॉक्टर सहित अन्य सभी वॉलिंटियर को शामिल कर सकते हैं, जो प्राथमिक उपचार कर सकते हैं। उनकी सहायता से जो मरीज सामान्य हैं, उनका उपचार किया जा सकता है। इस विषय पर विभागीय आयुक्त  ने कहा कि यह व्यवस्था करने और लाेगों को ट्रेनिंग देने में समय लग जाएगा। हम प्रयास करेंगे। 

ज्यादा मरीज आएं, तो कैजुअल्टी बंद कर दो
चर्चा यह भी है कि विभागीय आयुक्त ने अनधिकृत रूप से यह ऑर्डर दिया कि यदि क्षमता के ज्यादा मरीज आते हैं, तो आप कैजुअल्टी बंद कर दो। इस पर डॉक्टरों की प्रशासन के खिलाफ नाराजगी और बढ़ गई है। डॉक्टरों ने कहा कि सैकड़ों मरीज कोविड की जगह प्रशासन की नाकामी के कारण मरे हैं। 

चिकित्सा मंत्री ने 3 दिन का समय मांगा
पूरे महाराष्ट्र के यूजी और पीजी के संगठनों के अध्यक्ष और सचिव के साथ चिकित्सा शिक्षा मंत्री साथ ही डीएमईआर के डॉ. तात्याराव लहाने सहित अन्य अधिकारियों ने कॉन्फ्रेंसिंग की, जिसमें विद्यार्थियों ने परीक्षा को लेकर अपनी मांग रखते हुए कहा कि कोविड जैसी महामारी में हम लगातार काम कर रहे हैं। ऐसे में परीक्षा की तैयारी करने में परेशानी हो रही है। इसके लिए परीक्षा को स्थगित करना चाहिए। चिकित्सा मंत्री ने 48 से 72 घंटे में निर्णय लेने की बात कही। 

यह महामारी है, डटकर सामना करना होगा
डॉक्टर मुझसे मिलने आए थे। जो समस्या उनके सामने है, वह प्रशासन के सामने है। हमें भी पता है कि संसाधनों की कमी है। विषम परिस्थिति में मैं या कोई भी काम बंद नहीं कर सकता। यह महामारी है। यह जिंदगी भर नहीं रहेगी, इसलिए सबको मिलकर और सामूहिक प्रयासों से काम करना होगा। ज्यादा से ज्यादा मरीजों का सकारात्मक इलाज करना है। मरीजों की सेवा करना है। मैं कैसे कह सकता हूं कि कैजुअल्टी बंद कर दो।  -डॉ. संजीव कुमार, विभागीय आयुक्त, नागपुर 

Created On :   13 April 2021 11:58 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story