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डॉक्टर्स के होटल पहुंचते ही तालियां बजाकर किया स्वागत

डिजिटल डेस्क, नागपुर । डॉक्टर्स काे सम्मान की नजर से शुरुआत से ही देखा जाता है लेकिन कोरोना के डर के बीच ऐसे समय में हमें कभी इतना सम्मान भी मिलेगा मालूम नहीं था। हम जब पहली बार होटल आए तो सारे स्टॉफ ने हमारा तालियां बजाकर स्वागत किया। यह बात इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) की कैजुअल्टी में पदस्थ डॉ.शुभम गजभिये और डॉ.गोपाल जंगले पाटील ने अपने विचार व्यक्त करते हुए दैनिक भास्कर से कही। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन होते ही खाने की समस्या होने लगी। ड्यूटी के चलते कई बार खाने का समय नहीं रहता था, खाना अाता तो वह ठंडा होने की वजह से खाने की इच्छा नहीं होती थी लेकिन कुछ दिन बाद खाना देने वाले भी बंद हो गए। इस बीच व्यवस्थाएं चल रहीं थी मगर सब अस्त-व्यस्त बना हुआ था। तभी हमें होटल सेंटर पॉइंट के बारे में पता चला तो हमनें यहां आए तो स्टॉफ ने हामरा तालियां बजाकर स्वागत किया। इतना ही नहीं यहां की खाने और रहने की सभी सुविधाएं उत्कृष्ट दर्जे की है जिससे काम करने का उत्साह बढ़ता है।
घरवाले बुला रहे
हमारे घरवाले भी बुला रहे है लेकिन हम नहीं गए, यदि ऐसे ही सब लोग अपने बारे में सोचने लगे तो इस दौरान काम कौन करेगा। हमारी ड्यूटी कैजुअल्टी में रहती है, वहां सीधे मरीज पहुंचते है ऐसे में खतरा तो बना रहता है लेकिन हम मॉस्क, ग्लब्स सब पहनकर रहते है और विशेष बात यही है कि काम तो किसी ना किसी को करना ही पड़ेगा।
लोगों में डर स्वाभाविक है
कोरोना को लेकर लोगों में डर स्वाभाविक है। उससे बचाव किया जा सकता है हम भी सारी सावधानियां रखते है। हालांकि डॉक्टर्स और अस्पताल में ड्यूटी होने की वजह से लोगों का बात करने का नजरिया बदला है, वह अब पहले जैसा मिलकर बात नहीं करते है वह ठीक भी है लेकिन हम सबके साथ रहना भी जरुरी है।
यह है व्यवस्था
होटल सेंटर पॉइंट में 125 कमरों को मेडिकल स्टॉफ के लिए आरक्षित किया गया है फिलहाल 6 डॉक्टर वहां रुक रहे है। कमरों को समय-समय पर सेनेटाइज किया जाता है। वहीं, मेयो के करीब 14 डॉक्टर्स और शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) के 8 डॉक्टर्स की सूची भेजी गई है इसके अलावा महानगरपालिका के डॉक्टर्स की भी सूची आने वाली है।
आयुक्त की अनुमति जरुरी
हम मेडिकल के स्टॉफ को सेवा दे रहे है उसके लिए विभागीय आयुक्त कार्यालय से हमें ऐसे लोगों की सूची दी जाती है। संस्थान विभागीय आयुक्त कार्यालय से संपर्क करें। हम उनकी सूची के आधार पर लोगों को सुविधा देते है जिससे व्यवस्था बनी रहती है। हम अपने यहां रहने, खाने और उनको लाने-ले जाने की सुविधा दे रहे हैं।
- मिक्की अरोरा, संचालक, होटल सेंटर पॉइंट
Created On :   9 April 2020 8:33 PM IST