श्वान के पिल्लों को बोरी में भरकर जंगल में छोड़ा, कार्रवाई होने पर वापस लाया

The dogs puppies were stuffed in the sack and left in the woods, brought back when action occurred
श्वान के पिल्लों को बोरी में भरकर जंगल में छोड़ा, कार्रवाई होने पर वापस लाया
श्वान के पिल्लों को बोरी में भरकर जंगल में छोड़ा, कार्रवाई होने पर वापस लाया

डिजिटल डे्स्क, नागपुर। श्वान के 5 पिल्लों को बोरी में भरकर जंगल में छोड़ने वाले आरोपी के खिलाफ जैसे ही पशु क्रूरता अधिनियम कार्रवाई शुरू हुई, वह जंगल पहुंचा और छोड़े गए श्वान के पिल्लों को वापस मोहल्ले में लाया।   

पशु-क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज
गिट्टीखदान पुलिस थाना अंतर्गत बोरगांव हसनूर आईटीआई स्थित शिव मंदिर परिसर में एक मादा श्वान ने 6 पल्लों को जन्म दिया था। परिसर के लोग खाने-पीने के लिए कुछ दे देते थे। 14 मई की सुबह करीब 9 बजे परिसर के ही एक व्यक्ति श्वान के 5 पिल्लों को डंडे से मारने लगा। यही नहीं, उन्हें बोरे में बंदकर गोरेवाड़ा जंगल की ओर ले गया और झाड़ियों में फेंक दिया। बस्ती में किसी ने घटना का विरोध तो नहीं किया, लेकिन यह जानकारी ‘पीपुल फॉर एनिमल यूनिट -2’ के आशीष कोहले को दी।

उन्होंने जीव-जंतु कल्याण बोर्ड के स्टेट एनिमल वेलफेयर ऑफिसर स्वप्निल बोधाने और जिला पशुकल्याण अधिकारी अंजलि वैद्यार (प्राणी क्लेश प्रतिबंधक समिति के कोर टीम सदस्य) को सूचित किया। इसके बाद सभी गिट्टीखदान पुलिस स्टेशन पहुंचे। वहां के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सुनील गांगुर्डे से पशु-क्रूरता के इस घटना की शिकायत की। उन्होंने तुरंत आरोपी की खोजबीन के निर्देश जांच अधिकारी को  दिए और आरोपी के खिलाफ पशु-क्रूरता निवारण अधिनियम-1960 के अनुसार एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस के डर से आरोपी दोस्तों के साथ  फिर से जंगल में पहुंचा और श्वान के सभी पिल्लों को खोजकर बस्ती में मादा मां के पास छोड़ा।  पशु कल्याण अधिकारी बोधाने ने यह पूरी जानकारी दी।  

Created On :   19 May 2020 9:06 AM GMT

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