चोरी की बिजली से चल रही थी फैक्ट्री, भरना होगा 12 लाख जुर्माना

The factory was running on theft electricity, fill 12 lakh fine
चोरी की बिजली से चल रही थी फैक्ट्री, भरना होगा 12 लाख जुर्माना
चोरी की बिजली से चल रही थी फैक्ट्री, भरना होगा 12 लाख जुर्माना

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मोमिनपुरा क्षेत्र के कसाबपुरा, हंसापुरी में चोरी की बिजली से चल रही फैक्ट्री पर एसएनडीएल ने छापा मारा है। फैक्ट्री में कोट बनाने का काम चलता है। यहां 51 सिलाई मशीनें, 34 प्रेस आदि बिजली की चोरी से चल रही थी। कुल मिलाकर 30 किलोवॉट विद्युत की चोरी होने का खुलासा हुआ। अतः विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 और 138 के अंतर्गत विद्युत चोरी का मामला फैक्ट्री के मालिक पर दर्ज किया गया। आंकलन के अनुसार 11.2 लाख रुपए के असेसमेंट (दंड) के अलावा 1.5 लाख की कंपाउडिंग भरने के लिए कहा गया है।

परिसर में मौजूद सिंगल-फेज के मीटर के साथ- साथ बिजली चोरी में उपयोग की जा रही सर्विस केबल को जब्त किया गया और परिसर की आपूर्ति खंडित कर दी गई। एसएनडीएल के दक्षता पथक की कार्रवाई के समय फैक्ट्री में लगभग 40 कारीगर मौजूद थे। दक्षता पथक द्वारा सोमवार की सुबह 10.40 बजे शुरू की गई कार्रवाई दोपहर 1.35 बजे तक चली। एसएनडीएल की टीम द्वारा लंबे समय से हंसापुरी स्थित एक ट्रांसफार्मर पर नजर रखी जा रही थी, जिसमें अत्याधिक लॉस (विद्युत हानि) बताया गया है। सूचना दी गई थी कि 17/23 कसाबपुरा, हंसापुरी स्थित परिसर में उपयोग की जा रही बिजली की मात्रा और उसके मीटर के अनुसार उसकी बिलिंग में बड़ा फर्क है। यह भी जानकारी दी गई थी कि बाहर से रिहायशी दिखने वाली बिल्डिंग के अंदर किसी प्रकार की फैक्ट्री है। जांच में पता चला कि इस इतने बड़े परिसर में केवल एक सिंगल फेज कनेक्शन लिया गया था, जो किसी मो. याकूब मो. ताहिर के नाम पर था। कनेक्शन सन्‌ 1972 में दिया गया था और आगंतुकों को बताया जाता था कि तीनों फ्लोर पर एक ही कनेक्शन से सप्लाई दी जाती है। 

खपत और बिल में अंतर से हुआ खुलासा
बिलिंग में पाया गया कि पूरे परिसर की कुल खपत औसत से भी कम थी, जिससे ग्राहक द्वारा बिजली चोरी करने का संदेह हुआ। कार्रवाई के लिए 10 लोगों की टीम तैयार की गई। जिसमें एक सीनियर इंजीनियर के अलावा 2 इंजीनियर, 2 महिला एक्जीक्यूटिव, 2 टेक्निशियन और एक सुपरवाइजर का समावेश था। तहसील पुलिस को सूचना देने के बाद टीम मौकास्थल पर पहुंची। कार्रवाई में पता चला कि परिसर में केवल ग्राउंड फ्लोर में मीटर द्वारा सप्लाई थी तथा अन्य दो ऊपरी मालों में बिना मीटर सीधे सप्लाई जा रही थी। बहुत ही शातिर ढंग से समीपस्थ पोल से एक डायरेक्ट तार डाला गया था। पूछताछ में पता चला कि, मो.कुरैशी मो. तौफीक नामक व्यक्ति कई वर्षों से ऊपरी मंजिलों पर कोट आदि बनाने की फैक्ट्री चला रहे हैं, जो कि मूल ग्राहक के रिश्तेदार हैं। फैक्ट्री में कुल 51 सिलाई मशीन, 34 इस्त्री (प्रेस) सभी विद्युत चलित रेड के समय उपयोग में थी। कुल मिलाकर लगभग 30 किलोवॉट विद्युत भार कनेक्टेड पाया गया। 
 

Created On :   23 April 2019 7:27 AM GMT

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