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बच्चे ने खेल-खेल में निगल ली बैटरी, डाक्टरों ने ऑपरेशन कर निकाली

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बच्चे खेलते-खेलते कई बार ऐसा काम कर लेते हैं जो जान पर बन जाता है। ऐसा ही एक वाकया यवतमाल के पुसद निवासी एक बच्चे के साथ हुआ। खेल-खेल में बच्चे ने बैटरी निगल ली । सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 4 वर्ष के बालक के पेट से ऑपरेशन कर बैटरी निकाली गई। इंडोस्कोपी विभाग प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता अौर उनकी टीम ने इस शल्य क्रिया को अंजाम दिया। बालक आनंद राठोड़ यवतमाल जिले के पुसद तहसील में बोरी निवासी है। माता-पिता ने उसे रिमोट पर चलने वाली एक कार खरीद कर दी थी। कार में लगी बैटरी खराब होने से बंद पड़ गई। उसने कार को खोला और बैटरी बाहर निकाली। उसे मुंह में लिए खेल रहा था। इसी दौरान एक बच्चे ने उसकी पीठ पर थप्पड़ मारी। झटका लगने से बैटरी पेट में चली गई और अन्न नलिका में 24 सेंटीमीटर अंदर जाकर फंस गई। बैटरी पेट में जाने से वह घबरा गया। रोता हुआ मां के पास पहुंचा और बैटरी के बारे में बताया।
छलक पड़े खुशी के आंसू
घबराए माता-पिता उसे तत्काल समीपस्थ अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने उसे तत्काल यवतमाल के शासकीय अस्पताल ले जाने की सलाह दी। यवतमाल के वसंतराव नाईक शासकीय अस्पताल ले जाने पर वहां उपचार संभव नहीं होने से नागपुर शासकीय मेडिकल अस्पताल भेज दिया। मेडिकल के बाल शल्यक्रिया विभाग में भर्ती कर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल रेफर किया गया। डॉ. सुधीर गुप्ता की टीम ने शल्यक्रिया कर पेट से बैटरी बाहर निकाली, तो बालक के माता-पिता की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। उन्होंने डॉक्टरों की टीम का धन्यवाद माना।
अल्सर का छोटा जख्म
डॉ. गुप्ता ने बताया कि इंडोस्कोपी करने पर पता चला कि अन्न नलिका में बैटरी फंसी है। बैटरी से एसिड निकलने के कारण अन्न नलिका में अल्सर का छोटा जख्म हुआ है। इसमें संक्रमण की शुरुआत हुई है। बैटरी निकालने के लिए शल्यक्रिया करनी जरूरी थी। अल्सर दवा से ठीक हो जाएगा। उसका अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। शल्यक्रिया में डॉ. नितीन गायकवाड़, डॉ. हरीश कोठारी, डॉ. रवि वासवानी, डॉ. विनित गुप्ता का सहयोग रहा।
Created On :   27 Oct 2018 2:53 PM IST