दैनिक भास्कर हिंदी:   आत्मसुरक्षा के लिए बेटियों ने सीखा मार्शल आर्ट

December 22nd, 2018

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बेटियों की सुरक्षा के लिए देश में कायदे-कानून बने हैं, पर व्यक्तिगत रूप से पुलिस सबकी सुरक्षा नहीं कर सकती है, इसलिये बेटियों को आत्मसुरक्षा के लिए मार्शल आर्ट जैसा प्रशिक्षण देना समय की जरूरत है। जिला परिषद के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की छात्राओं को इस तरह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह बात ‘निर्भय’ बेटी सुरक्षा अभियान समिति एवं नागपुर मनपा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित उमेश चौबे स्मृति आत्मसुरक्षा मार्शल आर्ट के प्रदर्शन और समापन समारोह के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष निशा सावरकर ने कही। कार्यक्रम रेशमबाग मैदान पर हुआ। इस दौरान  स्कूल ड्रेस में छात्राओं ने मार्शल आर्ट का प्रदर्शन कर ‘हमसे न टकराना’ का संदेश दिया।

प्रशिक्षक देते हैं ट्रेनिंग
जिप अध्यक्ष ने कहा कि समिति छात्राओं को आत्मसुरक्षा, ध्यान, योग एवं व्यक्तिमत्व विकास का प्रशिक्षण देकर स्वयंसिद्धा बनाने का कार्य करती है। इसके लिए  मार्शल आर्ट प्रशिक्षक एवं मार्गदर्शक कार्य करते हैं। समारोह में मनपा समिति सभापति महिला एवं बाल विकास प्रगित पाटील, ईएसआई कॉर्पोरेशन भारत के सदस्य एस. पी. तिवारी, वैद्यकीय अधीक्षक विदर्भ विभाग डॉ. मीना देशमुख, प्राची बालगोटे, विजया मारोतकर आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। अध्यक्षता उमेश चौबे विचार मंच के अध्यक्ष शब्बीर अहमद विद्रोही ने की।

बढ़ता है आत्मबल 
डॉ. मीना देशमुख ने लड़कियों के घटते प्रमाण पर चिंता जताई तथा कहा कि मार्शल आर्ट से आत्मबल तथा सकारात्मक सोच बढ़ती है। कार्यक्रम का प्रास्ताविक निर्भय बेटी सुरक्षा अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानेश्वर गुरव ने किया। संचालन डॉ. वीना राऊत तथा आभार प्रदर्शन कार्याध्यक्ष संजय कटकमवार ने किया। छात्राओं को आत्मसुरक्षा का प्रशिक्षण सेन्साई नारायण वाघाडे, किरण यादव, विलास नाकाडे, हरीश चौबे, राजेश लारोकर, श्याम भोवते तथा जरूरी थुल ने दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में तनुज चौबे, राजेश जरगर, प्रवीण गभणे, वर्षा आबोजवार, शोभना शर्मा, अमर मुखी, कमलदीप कोचर, अजय यादव, किशोर पलांदुकर, अमित नाहर, सतीश गोडे, दीपक वाघमारे, मंजू कारेमोरे, देवांशु मामिलवार, पीयूष परमार का योगदान रहा। 


 

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