वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के कहने पर राज्यपाल ने नहीं निकाली चप्पल

The governor did not remove slippers on the request of a senior police officer
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के कहने पर राज्यपाल ने नहीं निकाली चप्पल
कांग्रेस के आरोप पर राजभवन की सफाई  वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के कहने पर राज्यपाल ने नहीं निकाली चप्पल

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  मुंबई हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देने पुलिस स्मारक पर गए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के चप्पल पहन कर पुष्पांजलि अर्पित करने को लेकर  विपक्ष की टिप्पणी को राजभवन ने बेहद निंदनीय और शरारतपूर्ण बताया है। इस मामले को लेकर राजभवन के प्रवक्ता ने कहा है कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के कहने पर राज्यपाल ने पुष्प अर्पित करते वक्त चप्पल नहीं निकाली।राजभवन की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि शनिवार की सुबह जब राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पुलिस आयुक्त कार्यालय स्थित पुलिस स्मारक पर 26/11 मुंबई हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारियों और जवानों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे तो एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें चप्पल निकालने की जरूरी नहीं है। राज्यपाल ने हाल ही में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा किया था। वहां भी यही तरीका अपनाया जाता है।राजभवन ने कहा है कि इसलिए यह कहना बेहद निंदनीय और शरारतपूर्ण आरोप है कि राज्यपाल ने चप्पल पहनकर शहीदों को सलामी देकर शहीदों का अपमान किया।इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्य सचिव सहित अन्य अधिकारियों ने भी जूते-चप्पल पहनकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। 
 

राज्यपाल ने किया शहीदों का अपमानः सावंत 

इसके पहले प्रदेश कांग्रेस के महासचिव सचिन सावंत ने एक वीडियो ट्विट किया जिसमें दिखाई दे रहा है  कि राज्यपाल चप्पल पहन कर शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर रहे हैं। सावंत ने इस बात के लिए राज्यपाल की आलोचना की। सावंत ने कहा कि यह हमारी भारतीय संस्कृति है कि श्रद्धांजलि अर्पित करते वक्त जुते-चप्पल निकाले जाते हैं। लेकिन महाराष्ट्र के राज्यपाल शुरु से ही महाराष्ट्र की संस्कृति परंपराओं का अपमान करते रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि अपने तीन साल के कार्यकाल में भी राज्यपाल महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं सिख सके। 
 

Created On :   26 Nov 2022 5:57 PM IST

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