प्रशासन का ध्यान खींचनेे अनशनकर्ताओं ने मांगी भीख
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। जिले की भामरागढ़, अहेरी और मुलचेरा तहसील में मनरेगा के तहत किए गए कार्यों की जांच में दोषी पाए गए अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर 27 मार्च से शुरू समाजसेवियों का अनशन बुधवार को लगातार सत्रहवें दिन भी जारी रहा। इस बीच बुधवार को अनशनकर्ताओं ने जिला परिषद कार्यालय परिसर की दुकानों से भीख मांगकर इकट्ठा की गयी निधि जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को सौंपी। साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग काे लेकर आगामी 14 अप्रैल को आत्मदाह करने की चेतावनी भी दी है।
गड़चिरोली के जिलाधिकारी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, उपविभागीय पुलिस अधिकारी और थानेदार को सौंपे गए ज्ञापन में अनशनकर्ता योगाजी कुडवे ने बताया कि, उपरोक्त तीनों तहसील में मनरेगा के तहत विभिन्न प्रकार के कार्य किये गये। मात्र संबंधित अधिकारियों ने इस कार्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया। इस मामले की शिकायत के बाद जिप के सीईओ कुमार आशीर्वाद ने 6 सदस्यीय समिति के जरिए जांच की। जांच रिपोर्ट में संबंधित अधिकारी व कर्मचारी दोषी पाये गये।
मात्र संबंधितों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी। दोषियों के खिलाफ पुलिस में अपराध दर्ज कर सेवा से बर्खास्त करने की मांग को लेकर योगाजी कुडवे और उनके सहयोगियों ने 27 मार्च से जिप के समक्ष अनशन शुरू किया है। बुधवार को अनशनकर्ताओं ने भीक मांगों आंदोलन करते हुए आगामी 14 अप्रैल को जिप कार्यालय के समक्ष ही आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। सामाजिक कार्यकर्ता योगाजी कुडवे, नीलकंठ संदोकर, धनंजय डोईजड, रवींद्र सेलोटे, विलास भानारकर, चंद्रशेखर सिडाम आदि आंदोलन में उपस्थित थे।
Created On :   13 April 2023 3:30 PM IST