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तीसरी आंख का काम करेंगे चौराहों पर लगे सीसीटीवी -CM फडणवीस

डिजिटल डेस्क,नागपुर। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि पुलिस विभाग का प्रभाव बढ़ाने व अपराध पर काबू पाने के लिए हर वह सुविधा व तकनीकी पुलिस महकमे को उपलब्ब्ध कराई जा रही है। अत्यंत आधुनिक सीसीटीएनएस सुविधा के साथ नागरिकों को ई-कम्प्लेंट की सुविधा शुरू करने वाला महाराष्ट्र पहला राज्य बन गया है। उपराजधानी के चौराहों पर लगने वाले सीसीटीवी कैमरे पुलिस की "तीसरी आंख' का काम करेंगे। शहर के हर चौराहे पर पुलिस नहीं लगाई जा सकती है, इसके लिए क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (सीसीटीएनएस) जैसी आधुनिक पद्धति का उपयोग किया जा रहा है। "ई-चालान' देने के लिए यह कैमरे उपयोगी सिद्ध होंगे। अब पुलिस को किसी वाहन चालक को रोकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। फडणवीस पुलिस आयुक्तालय परिसर, सिविल लाइंस में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। नागपुर शहर पुलिस आयुक्तालय और पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बनाए जाने वाले आधुनिक व सर्वसुविधायुक्त पुलिस भवन का मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भूमिपूजन किया।
2 दिन में पुलिस को घर कर्ज
पुलिस को दो दिन में 15 लाख का कर्ज उपलब्ध कराया जा रहा है
उन्होंने कहा कि प्रत्येक पुलिस कर्मचारी का खुद का घर हो, इसके लिए गृहमंत्रालय प्रयास कर रहा है। घर कर्ज के रूप में केवल दो दिन में 15 लाख का कर्ज पुलिस को उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही पुलिस कर्मियों के लिए उत्कृष्ट दर्जे के पुलिस निवास का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
जनता का सहयोग जरूरी
अंगेजों के समय की और स्वतंत्रता के बाद की पुलिस का फर्क जनता काे नजर आना चाहिए, इसके लिए पुलिस विभाग कार्य रहा है। उन्होंने यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले मुंबई शहर में 5 लाख लोगों को ई-चालान भेजने की जानकारी देते हुए नागरिकों से सहयोग की अपील की। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, पुलिस महासंचालक सतीश माथुर, पुलिस आयुक्त डॉ. के. व्यंकटेशम्, सह-आयुक्त शिवाजी बोडखे, महापौर नंदा जिचकार, विधायक डॉ. मिलिंद माने, सुधाकर देशमुख, प्रकाश गजभिये, परिणय फुके और जिप अध्यक्षा निशा सावरकर आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पुलिस उपायुक्त राहुल माकणीकर ने किया। आभार सह-आयुक्त शिवाजी बोडखे ने माना।
दुर्घटना मुक्त शहर बनें नागपुर : गडकरी
अभी तक निधि मिलती नहीं थी, इसलिये पुलिस विभाग का विकास नहीं हो रहा था, लेकिन मुख्यमंत्री ने निधि उपलब्ध कराकर पुलिस के विकास को गति दी है। नागपुर शहर दुर्घटना मुक्त शहर हो, इसके लिए पुलिस विभाग को गंभीरता दिखाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि, केंद्र सरकार ने सांसदों की अध्यक्षता में स्वतंत्र समिति गठित की है। यह समिति हर उस घटनास्थल का दौरा कर उसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को देती है, जिसके चलते हर शहर में ब्लैक स्पॉट निर्धारित किए जा रहे हैं। अप्रैल माह से यातायात और प्रदूषण रोकने के लिए नई नियमावली तैयार की जाने वाली है। सड़क पर पार्क किए गए वाहनों की फोटो पुलिस को भेजने पर जुर्माने की 50 प्रतिशत रकम पुरस्कार के रूप में फोटो निकालने वालों को दी जाएगी।
राज्य में सबसे बड़ा पुलिस भवन
पुलिस महासंचालक सतीश माथुर ने पुलिस भवन को राज्य में सबसे बड़ा ‘पुलिस भवन’ बताते हुए हर साल पुलिस विभाग को दी जाने वाली करीब 350 करोड़ रुपए की निधि को 1 हजार करोड़ रुपए करने की गुजारिश की। पुलिस आयुक्त डा. के. व्यंकटेशम ने पुलिस भवन को दो वर्ष में पूरा किए जाने की बात कही।
पूर्व आयुक्त भी रहे मौजूद
कार्यक्रम में पुलिस आयुक्त डा. के. व्यंकटेशम् ने शहर पुलिस आयुक्त रह चुके कई आयुक्तों को आमंत्रित िकया था। इस दौरान सेवानिवृत्त हो चुके पुलिस आयुक्त डॉ. अंकुश धनविजय, उल्हास जोशी, टी. श्रृंगारवेल आैर रणजीत शर्मा प्रमुखता से उपस्थित थे।
Created On :   26 March 2018 1:12 PM IST