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घर में घुसकर पिस्तौल की नोक पर बिल्डर परिवार से 50 लाख रुपए मांगने वाला पकड़ाया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। अब दिनदहाड़े घर में घुस कर परिवार को बंधक बना कर लाखों रुपए की फिरौती भी मांगी जा रही है। इस तरह की घटना हुड़केश्वर थानांतर्गत दिनदहाड़े हुई। एक आरोपी ने फिल्मी स्टाइल में बिल्डर परिवार को उन्हीं के घर में बंधक बना कर 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर आरोपी को कब्जे में लिया। बिल्डर का नाम राजू वैद्य निवासी पिपला फाटा है।
पुलिस के अनुसार आरोपी जितेंद्र राजू बिसेन (19) हुड़केश्वर खुर्द निवासी है। वह कक्षा 9वीं तक शिक्षित है और कैटरिंग का काम करता है। माता-पिता मजदूरी करते हैं और छोटा भाई चोरी की वारदातों में लिप्त है। लॉकडाउन के कारण गत दो वर्ष से काम-धंधा बंद होने से जितेंद्र बुरी तरह आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा था। यू-ट्यूब पर अापराधिक घटनाओं को देखकर उसने अपहरण और फिरौती वसूलने की योजना बनाई। घटना को अंजाम देने के इरादे से शुक्रवार की दोपहर 2:30 बजे वह बिल्डर राजू के घर में दाखिल हुआ। उस वक्त घर में राजू नहीं था, लेकिन तल माले पर उसकी बुजुर्ग मां वछलाबाई रघुजी वैद्य, छोटे भाई की पत्नी वैशाली बंडू वैद्य, उसकी पुत्री स्वाति और दूसरे माले पर राजू की पत्नी हर्षल, मासूम पुत्र विहान और भतीजी धनश्री थी।
छत के रास्ते पुलिस पहुंची
चाकू और लाइटर गन लेकर जितेंद्र तल माले पर दाखिल हुआ। वहां पर मौजूद परिवार की महिलाओं को जान से मारने की धमकी देकर उन्हें डराया और 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी। वैशाली और स्वाति ने जितेंद्र को बताया कि घर में इतनी बड़ी रकम नहीं है। उसके बाद स्वाति के मोबाइल से जितेंद्र ने राजू को फोन लगाया। उसे भी पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी दी और फिरौती की मांग की। इतनी बड़ी रकम का तत्काल इंतजाम होना मुश्किल होने से राजू ने फिरौती की रकम कम करने को कहा। इस बीच मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन किया और क्यूआरटी को भी मौके पर बुलाया गया। इसके बाद सीढ़ी की मदद से पुलिस बिल्डिंग की छत से होते हुए दूसरे माले पर पहुंची।
कैमरे पर थी नजर
राजू वैद्य के घर में लगे सीसीटीवी कैमरे से जितेंद्र बाहर की गतिविधियों पर नजर रखे हुए था। इसलिए पुलिस ने कैमरे का कनेक्शन काट दिया, उसके बाद आस-पास की इमारतों पर सादे लिबास में पुलिस को तैनात िकया। जो दूरबीन से घर के भीतर की गतिविधियों का जायजा ले रही थी। इस बीच उपायुक्त गजानन राजमाने कुछ सहयोगियों के साथ शौचालय की छत्त से दूसरे माले पर दाखिल हुए और बंधक बनीं महिलाएं हर्षल, धनश्री और विहान को मुक्त कराया, फिर आरोपी पकड़ा गया।
किस्त में रुपए देकर दबोचा
इस बीच जितेंद्र को बातों में उलझाकर रखा गया और दूसरे माले की खिड़की से उसे 2 लाख रुपए दिए गए। और रकम देने का झांसा देकर उसे उलझाए रखा। इसके बाद और 2 लाख रुपए दिए, फिर एक लाख और दिए । इस तरह कुल 5 लाख रुपए जितेंद्र को दिए गए। इस बीच मौका मिलते ही पुलिस ने जितेंद्र को दबोच कर चाकू और लाइटर गन छीन ली। उसके बाद उसे अधमरा होने तक पिटाई की गई। जितेंद्र का अापराधिक रिकार्ड नहीं है। उसने बताया कि उसकी मां कोरोना संक्रमित है। इस कारण उसे रुपए की सख्त जरूरत है।
तरीका सीखने के बाद की रेकी
यू-ट्यूब पर अपराध करने का तरीका सीखने के बाद जितेंद्र शिकार की तलाश में जुट गया। परिसर के अमीर व्यापारियों की उसने सूची बनाई, जिसमें से उसे सबसे अमीर बिल्डर राजू लगा। घटना को अंजाम देने के पूर्व जितेंद्र ने राजू की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू की। राजू कब घर से निकलता है और कितने बजे घर में आता है। दोपहर के समय घर में कौन-कौन रहता है। यह सब जानकारी जुटाने के बाद उसे घटना को अंजाम देने के लिए दोपहर का समय सही लगा, लेकिन घटना के समय ही पुलिस ने उसे दबोच कर उसकी योजना पर पानी फेर दिया।
Created On :   5 Jun 2021 2:28 PM IST