डेढ़ माह से मां से जुदा बंदर का बच्चा मिलते ही सीने से लग गया

The monkeys child, separated from its mother for one and a half months, hit its chest
डेढ़ माह से मां से जुदा बंदर का बच्चा मिलते ही सीने से लग गया
डेढ़ माह से मां से जुदा बंदर का बच्चा मिलते ही सीने से लग गया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। डेढ़ माह से मां से जुदा बंदर का बच्चा उससे मिलते ही सीने से लग गया। यह मार्मिक क्षण सेमिनरी हिल्स स्थित ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर में देखने को मिला। दरअसल, शहर के सेमिनरी हिल्स स्थित ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर घायल वन्यजीवों का रेस्क्यू करता है और इलाज कर उन्हें फिर जंगल में आजाद कर देता है। डेढ़ माह पहले उन्हें जानकारी मिली थी, नागपुर जिले का खैरी नामक गांव में कुछ दिनों से लाल मुंहवाले बंदरों ने उत्पात मचा रखा है। ऐसे में योजनाबद्ध तरीके से कुछ बंदरों को पिंजरा लगाकर पकड़ा गया था। 

और मां बच्चे से जुदा हो गई
पिंजरे में एक बंदरिया भी बंद हो गई। उसे एक बच्चा था। पिंजरे में बंद होने के बाद वह बच्चे से जुदा हो गई। पिंजरे में उसकी छटपटाहट को कोई समझ नहीं पा रहा था, लेकिन उसकी बेचैनी खत्म नहीं हो रही थी। इधर, मां से बिछड़ा बच्चा भी परेशान था। हालांकि वह बंदरों की टोली में ही था।  इसी बीच, बंदरों को पकड़ने के लिए फिर से पिंजरे लगाए गए, तो बच्चा खुद ही आकर उसमें बैठ गया। वह नहीं जानता होगा कि लोग उसे पकड़ कर कहां ले जाएंगे,बस, उसे इतना मालूम था कि ऐसे ही पिंजरे में बंद कर लोग उसकी मां को ले गए थे। मां से मिलने की बेचैनी में वह अनजाने में यह कदम उठाया।   

मिलन ऐसी कि हतप्रभ रह गए लोग
पिंजरों को बंद कर वहीं लाया गया, जहां पहले पकड़े गए बंदर पिंजरे में रखे गए थे। अब दोनों ही पिंजरों की हालत अजीब थी। बच्चा मां के करीब तो था, लेकिन पिंजरे की दूरी बनी हुई थी। बच्चा मां के पिंजरे की ओर देख उछल-कूद कर रहा था, तो मां भी पिंजरे से बाहर निकलने के लिए आक्रामक हो रही थी। डेढ़ माह से यह मादा बंदर बहुत शांत रहती थी। अचानक व्यवहार में हुए बदलाव ने टीम को भी सोचने को मजबूर कर दिया। ऐसे में दोनों के पिंजरे के एक-दूसरे के पास लाकर दरवाजा खोला गया। बच्चा झट से पहले पिंजरे में कूद पड़ा और मां के सीने से जाकर लिपट गया। मां भी उसे सीने से देर तक लगाए रखी।   
 

Created On :   6 Jan 2021 3:37 PM IST

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