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मेडिकल में देहदान करने वालों की संख्या हुई कम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एक समय ऐसा था, जब शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व कॉलेज (मेडिकल) में देहदान का प्रमाण अधिक था, लेकिन पिछले चार साल से देहदान का प्रमाण कम हो गया है। कोरोना के चलते देहदान और भी कम हुआ है। मेडिकल प्रशासन व वरिष्ठ अधिकारी अब देहदान करने के लिए लोगों को प्रेरित करेंगे। इसके लिए मुहिम चलाई जाएगी।
कब कितना हुआ देहदान : हर साल अंगदान व देहदान के लिए जागरूकता कार्यक्रम पर सरकार करोड़ाें रुपए खर्च करती है, लेकिन नियम-कानून के पेंच से देहदान करने वालों की संख्या कम होने लगी है। 2018 में मेडिकल में कुल 27 देहदान हुए हैं। 2019 में यह संख्या बढ़कर 36 हुई। 2020 में यह संख्या घटकर 22 हुई। 2021 में अक्टूबर तक केवल 10 देहदान हुए। 2020 व 2021 यह दो साल कोरोना के होने से देहदान की संख्या घटी। मेडिकल में 2018 से 2021 के बीच 95 देहदान हुए हैं। इनमें सामान्य 88 और लावारिस देहदान की संख्या केवल 7 थी। मेडिकल में गोंदिया, चंद्रपुर, यवतमाल समेत अन्य शहरों के सरकारी अस्पतालों में विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए मांग के अनुसार मृतदेह उपलब्ध कराए जाते हैं।
चलाई जाएगी मुहिम : नागपुर छोड़ अन्य सरकारी अस्पतालों में देहदान की संख्या न के बराबर होती है। दिन ब दिन कम हो रहे देहदान के प्रमाण से मेडिकल के अधिकारी चिंता में हैं। मेडिकल प्रशासन व वरिष्ठ अधिकारी देहदान के लिए लोगों को जागरूक करने का प्रयास करने वाले हैं। देहदान के लिए प्रेरित करने की मुहिम चलाई जानेवाली है। इससे देहदान का प्रमाण बढ़ने का विश्वास जताया गया है।
Created On :   21 Nov 2021 6:02 PM IST