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अवैध ई-टिकट का दलाल गिरफ्तार, 66 हजार रुपए की टिकट जप्त
डिजिटल न्यूज, सतना। ई-रेल टिकट अनाधिकृत रूप से बनाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को रेल सुरक्षा बल की टीम ने बिरसिंहपुर गल्ला मंडी के पास स्थित अग्रवाल एसोसिएट ऑनलाइन सेन्टर में छापा मारा। जांच के दौरान पाया गया कि इस सेंटर से लम्बे समय से पर्सनल आईडी से अवैध रेल टिकट बनाकर बिक्री की जा रही थी। ऑनलाईन सेंटर की आड़ में टिकटों की कालाबाजारी करने वाले एक युवक को भी गिरफ्तार किया है। आरोपी ने बताया कि वह ग्राहकों से कमीशन लेकर तत्काल ई टिकिट बनाकर दे देता था। आरोपी के पास से 66 हजार रूपयों की ई-टिकिट बरामद की गई है। यह कार्रवाई आरपीएफ के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त एएन मिश्रा, मुख्य सुरक्षा आयुक्त विजय खातरकर तथा मंडल सुरक्षा आयुक्त, अनिल भालेराव के निर्देशन में रेल सुरक्षा बल सतना पोस्ट से पोस्ट प्रभारी निरीक्षक मानसिंह के नेतृत्व में उप निरीक्षक शिशिर कुमार एकांस्टेबल अजीत सिंह, कांस्टेबल प्रमोद कुमार मिश्रा, कांस्टेबल अतुल सिंह की टीम ने रेलवे के तत्काल ई- टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए बिरसिंहपुर गल्ला मंडी में पहुंचे। ऑनलाइन सेन्टर से आरपीएफ ने हजारों रूपए मूल्य की ई-टिकट, 1 कम्प्यूटर सेट और 2 मोबाइल सेट जब्त करते हुए रेल अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।
66 हजार के रेल टिकट
आरपीएफ पोस्ट प्रभारी मानसिंह ने बताया कि अग्रवाल एसोसिएट ऑनलाइन सेन्टर में पर्सनल आईडी बनाकर लम्बे समय से ई-रेल टिकट बिना लाइसेंस के बनाई जा रही थी। मुखबिर की सूचना पर आरपीएफ की टीम ने शुक्रवार को दबिश देकर ऑनलाइन सेन्टर में कार्यरत विवेक अग्रवाल पिता सतीष चन्द्र अग्रवाल 28 वर्ष निवासी वार्ड नम्बर-8 गल्ला मंडी बिरसिंहपुर थाना सभापुर के पास से 12 विभिन्न पर्सनल यूजर आईडी से बनाई गई रेल ई-टिकट अनाधिकृत रूप से मिलीं। इसके द्वारा रेल टिकट की विक्रय की जा रही थी। जांच करने पर उसके पास से वर्तमान 57 और पुरानी रेल टिकट मिली, जिसकी कीमत करीब 66 हजार रूपए पाई गई है। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी ने बताया कि विवेक प्रति टिकट में करीब 50 से 150 रूपए तक कमीशन लेता था। आरोपी ने पर्सनल यूजर आईडी से तत्काल रेल टिकट बनाना स्वीकार किया है। इस कार्यवाही में आरपीएफ सतना पोस्ट प्रभारी मानसिंह के नेतृत्व में उप निरीक्षक शिशिर कुमार, कांस्टेबल अजीत सिंह, प्रमोद कुमार मिश्रा व अतुल सिंह कार्यवाही में शामिल रहे।
बताया जाता है कि 13 विभिन्न पर्सनल यूजर आईडी से तत्काल ई टिकट बनाकर यात्रियों को विक्रय करना पाया गया, जिसकी सर्च करने पर कुल 57 लाइव व ओल्ड ई टिकट बरामद हुई जिसकी कुल कीमत 66000 है पूछताछ करने पर उसने 50 से डेढ़ सौ रुपए तक प्रति यात्री कमीशन लेकर अपने ग्राहकों की तत्काल ई टिकट बनाना स्वीकार किया। उसके पास से 57 ई टिकट एक कंप्यूटर सेट दो मोबाइल फोन जप्त किया गया तथा आरोपी के विरुद्ध अपराध दर्ज किया गया है आरोपी को 27 अक्टूबर 2018 को माननीय रेलवे न्यायालय जबलपुर में पेश किया जाएगा। आरपीएफ सतना द्वारा रेलवे की तत्काल ई टिकट कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध अभियान चलाकर लगातार कार्रवाई की जा रही है ।
Created On :   27 Oct 2018 7:48 AM GMT