विदर्भ से मानसून ने विदाई की राह पकड़ी, गर्मी से नहीं मिल रही राहत, पारा अभी भी 35 के पार

The October heat is troubling the citizens of the city and state
विदर्भ से मानसून ने विदाई की राह पकड़ी, गर्मी से नहीं मिल रही राहत, पारा अभी भी 35 के पार
विदर्भ से मानसून ने विदाई की राह पकड़ी, गर्मी से नहीं मिल रही राहत, पारा अभी भी 35 के पार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अक्टूबर हीट के नाम से प्रसिद्ध गर्मी से शहर हलाकान है और दूसरी ओर मानसून ने विदर्भ से विदाई की तैयारी पूरी कर ली है। हालांकि इस वर्ष अभी तक मानसून वापस नहीं हुआ है, लेकिन विदर्भ, सितंबर मध्य के कुछ दिन छोड़ दें, तो अगस्त से ही वर्षा के लिए तरस रहा है। 

उपराजधानी में  हुई अच्छी बारिश
आंकड़े काफी अच्छी स्थिति में हैं। उपराजधानी में तो कुछ ज्यादा ही बरसात हुई है। असल में जून में मानसून आने के बाद जुलाई में हुई अच्छी बारिश ने आंकड़ाें में वर्षा की कमी तो पूरी कर दी, लेकिन बाद में शांत हुए बादलों ने खेतों और पेयजल के लिए मुसीबत खड़ी कर दी। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, उपराजधानी में 1 जून से 30 सितंबर तक मानसून सत्र में 975.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि सामान्य औसत 923.9 मिमी है। इस प्रकार सत्र में 6 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज हुई। विदर्भ में वर्षा सत्र के औसत से 8 प्रतिशत कम यानि 875.4 मिमी रिकार्ड हुई। विदर्भ में सत्र का औसत 954.6 मिमी है। 

ऐसा रहा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को आसमान साफ रहा इसके चलते तीखी धूप शहर को गरमाती रही। हालांकि देर रात कुछ राहत बनी है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2 डिग्री ऊपर रहा। न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री नीचे 21.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। आर्द्रता अधिकतम 77 तथा न्यूनतम 67 प्रतिशत रही। गुरुवार को भी सुबह से आसमान साफ रहने के साथ धूप गरमा रही है।

परागमन की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार निचले स्तर पर हवा की दिशा परिवर्तित हो रही है। हवा की दिशा फिलहाल उत्तर-पश्चिम बनी हुई है। इससे साफ होता है कि अब मानसून परागमन की ओर है। बुधवार को मानसून ने विदर्भ से भी विदा लेना शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ व विदर्भ की सीमा पर बसे गोंदिया जिले से मानसून वापस हो गया है। मानसून ने राजस्थान से पिछले सप्ताह ही कूच कर लिया था। फिलहाल मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ से विदाई चल रही है। उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिन में विदर्भ से भी पूरी तरह मौसम विदा हो जाएगा। बुधवार को वापसी की रेखा चांपा, गोंदिया, जलगांव, सूरत तथा वेरावाल से गुजरी। मौसम जानकारों के अनुसार, मौसम करीब-करीब परागमन की स्थिति में है। हवा की दिशा अभी भी स्थिर नहीं हुई है। इससे गर्मी का असर बढ़ा है। माह के उत्तरार्द्ध तक हवा में शुष्की के बढ़ने की उम्मीद है। 
 

Created On :   4 Oct 2018 7:20 AM GMT

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