- Home
- /
- पदाधिकारियों और प्रशासन में सफाई के...
पदाधिकारियों और प्रशासन में सफाई के ठेके को लेकर ठनी

डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती मनपा के प्रशासनिक कामकाज को लेकर पिछले तीन वर्ष से प्रशासन तथा पदाधिकारियों के बीच लगातार विवाद की स्थिति देखी जा रही है। आयुक्त प्रशांत रोडे का तबादला होने के बाद यह विवाद थमने की संभावना व्यक्त की जा रही थी लेकिन सफाई ठेके को लेकर मनपा आयुक्त तथा स्थायी समिति सभापति की अलग-अलग भूमिका लेने से एक बार फिर विवाद बढ़ता दिखाई देने लगा है। ऐन चुनाव से पूर्व सत्तापक्ष और प्रशासन फिर से आरोप एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करने लगे हैं।
सफाई ठेके को लेकर मनपा आयुक्त डा. प्रवीण आष्टीकर की ओर से गुपचुप आदेश जारी कर एक्सटेशन देने के लिए मंजूरी दी गई है। जबकि स्थायी समिति सभापति सचिन रासने समिति की बैठक में प्रस्ताव पारित नई प्रभाग रचना के अनुसार निविदा प्रक्रिया पूरी करने के पक्ष में हैं। इस पांच वर्षीय कार्यकाल के दौरान स्वच्छता ठेके को लेकर कई बार विवाद देखे गए है। शुरुआत में पदाधिकारियों के दबाव के चलते पूरे शहर में एक ही संस्था को सफाई का ठेका दिया गया था। जबकि कुछ समय बाद इसमें बदलाव कर प्रभाग निहाय ठेके जारी किए गए।
मौजूदा पदाधिकारी ऐन चुनाव के समय पर अधिकारियों द्वारा की जा रही अपेक्षा को लेकर हताहत दिखाई दे रहे हंै। पदाधिकारियों का कहना है िक प्रशासन अपनी सुविधा के अनुसार ही निर्णय ले रहा है। जिस कारण स्थानीय सदस्यों की अनदेखी करने की बात स्पष्ट हो रही है। कई अधिकारी अपने पसंदीदा ठेकेदारों को फायदे पहुंचाने के लिए भी इस तरह की भूमिका अपना रहे है। किंतु इस मामले में ना ही पदाधिकारी और ना ही कोई वरिष्ठ अधिकारी खुलकर बोलने को तैयार नहीं दिखाई दे रहा है।
Created On :   17 Feb 2022 2:19 PM IST