थानेदार ही हुआ ऑनलाइन ठगी का शिकार

The police officer became a victim of online fraud
थानेदार ही हुआ ऑनलाइन ठगी का शिकार
तफ्तीश में जुटी पुलिस थानेदार ही हुआ ऑनलाइन ठगी का शिकार

डिजिटल डेस्क, अमरावती। साइबर अपराधों पर रोक लगाने की जिम्मेदारी जिस पुलिस विभाग पर है। उसके एक अधिकारी को ही ऑनलाइन ठगी का शिकार बनना पड़ा। सुबह चांदूर बाजार के थानेदार सुनील किनगे के साथ घटित इस ऑनलाइन ठगी की घटना से जिले के पुलिस महकमे में सनसनी मची हुई है। वहीं ग्रामीण पुलिस का साइबर क्राइम विभाग ठग का पता लगाने में जुट चुका है। 

जानकारी के अनुसार चांदूर बाजार के थानेदार सुनील किनगे के मोबाइल पर रविवार को सुबह जिले के पूर्व एसपी हरिबालाजी एन. के नाम फेक मैसेज आया। मैसेज करनेवाले के डिपी पर हरिबालाजी एन. का फोटो रहने से ऐसा दिखाई दे रहा था कि मैसेज पूर्व एसपी ने ही भेजा है। इस मैसेज में गिफ्ट वाउचर के लिए 30 हजार रुपए भेजने के लिए कहा गया था। पीआई सुनील किनगे ने इस मैसेज की जांच-पड़ताल किए बगैर ही मैसेज पर डिपी  में पूर्व एसपी का फोटो देखते ही 30 हजार रुपए भेज दिए। लेकिन बाद में यह पता चला कि उनके साथ ऑनलाइन ठगी हुई। जिससे उन्होंने पुलिस के साइबर सेल को जानकारी दी। पुलिस महकमे में इस घटना को काफी गोपनीयता से लिया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि चांदूर बाजार के थानेदार सुनील किनगे ने लगभग डेढ़ वर्ष तक ग्रामीण पुलिस की अपराध शाखा के निरीक्षक की जिम्मेदारी संभाली थी। पुलिस द्वारा सामान्य नागरिकों को बार-बार मैसेज देकर साइबर ठगों से सतर्क रहने के निर्देश दिए जाते है।  वहीं दूसरी ओर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी को ही साइबर धोखाधड़ी का शिकार होना पड़ा। अब इस मामले में साइबर सेल कितने सरगर्मी से जांच करता है या नहीं यह देखना होगा। इस संदर्भ में थानेदार सुनील किनगे से संपर्क करने पर उनके परिवार के लोगों ने बताया कि वह बीमार है। इस कारण किसी से बात नहीं कर सकते। इस वजह से उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई।  

Created On :   1 Aug 2022 11:18 AM IST

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