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गड़चिरोली आंदोलन में नक्सलियों की मौजूदगी ने बढ़ाया खतरा

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । एटापल्ली तहसील की सुरजागढ़ समेत जिले की अन्य 25 लौह माइनिंग को तत्काल रद्द करने की मांग को लेकर ग्रामसभाओं और आदिवासी ग्रामीणों द्वारा शुरू किया गया ठिया आंदोलन जारी है। आंदोलन के माध्यम से माइनिंग के खिलाफ आदिवासियों का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। इसी बीच अब आंदोलन में नक्सलियों की मौजूदगी भी दिखायी देने से नक्सली खतरा भी बढ़ने लगा है। बता दें कि, आंदोलन के पहले ही दिन मंगलवार को जिला पुलिस विभाग के सी-60 कमांडोज ने आंदोलन के मोर्चे में शामिल 2 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है, जिन पर सरकार ने 2-2 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। सी-60 कमांडोज द्वारा की गयी इस कार्रवाई के बाद यह स्पष्ट हो गया हैं कि, इस आंदोलन में आज भी नक्सलियों की मौजूदगी बरकरार है।
सर्वविदित है कि, नक्सली लंबे अरसे से सुरजागढ़ माइनिंग का विराेध करते आ रहे हैं। वर्ष 2018 में इसी विरोध के चलते नक्सलियों ने लॉयड्स एंड मेटल्स कंपनी के कुल 84 ट्रकों को आग के हवाले कर दिया था। साथ ही सुरजागढ़ पहाड़ी क्षेत्र में लगातार बैनर और पर्चों के माध्यम से नक्सली इसका विरोध करते आ रहे हैं। वर्तमान में लॉयड्स एंड मेटल्स कंपनी के त्रिवेणी अर्थ मुवर्स कंपनी के जरिए सुरजागढ़ पहाड़ी में लौह उत्खनन का कार्य किया जा रहा है। मात्र लगातार बढ़ रहे आदिवासियों के आक्रोश और आंदोलन में नक्सलियों की सक्रियता को देखने के बाद खतरा बढ़ने लगा है। हालांकि आंदोलन की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस विभाग का विशेष दल आंदोलन स्थल समेत क्षेत्र में गश्त पर तैनात है लेकिन नक्सलियों की सक्रियता को देखते हुए किसी भी समय सुरजागढ़ को लेकर बड़ा हादसा होने की आशंका जताई जा रही है।
Created On :   29 Oct 2021 2:36 PM IST












