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युवकों पर बरपा पुलिस का कहर- गोली मारने की दी धमकी , 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड

डिजिटल डेस्क, सतना। जिले में एक बार फिर पुलिस का दमनकारी रूप सामने आया, जैतवारा में पंडाल में आग लगाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए 4 युवकों को रस्सी से बांधकर पीटते हुए तीन पुलिस कर्मियों ने जुर्म कुबूल करवाने की कोशिश की। पुलिसिया ज्यादती के शिकार युवकों की गुहार बजरंग दल के जरिए एसपी तक पहुंची तो उन्होंने आरोपी पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर जांच के आदेश दे दिए। जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पूर्व जैतवारा कस्बे में एक कार्यक्रम के दौरान पंडाल में आग लग गई थी, जिसकी शिकायत आयोजक के द्वारा थाने में दर्ज कराते हुए कुछ लोगों पर संदेह व्यक्त किया गया था। तब प्रधान आरक्षक भक्तराज सिंह ने आरक्षक राजेश तिवारी व सुधीर यादव को साथ लेकर विवेचना के दौरान रोहन धवन, अतुल गुप्ता, मुन्नू तोमर और मोहित तोमर को हिरासत में लेकर जुर्म कुबूल करने के लिए कायदे-कानून के परे जाकर लात, घूसे, लाठी व बेल्ट से जमकर पीटा, लेकिन जब युवकों ने बात नहीं मानी तो पेट्रोल डालकर जलाने की धमकी दी गई और मझगवां के जंगल में ले जाकर एनकाउंटर का डर दिखाया गया। बाद में रोहित के विरूद्ध आगजनी का अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया, जिसे जमानत मुचलके पर छोड़ा गया। पुलिस कर्मियों पर यह भी आरोप है कि एक अन्य युवक को 5 हजार के रिश्वत लेने के बाद जाने दिया गया था। इस मामले को लेकर बजरंग दल व विहीप के पदाधिकारियों ने काफी देर तक थाने का घेराव किया, वहीं शनिवार को जैतवारा बंद का ऐलान किया गया है।
फर्जी मेडिकल
आरोप है कि जब पुलिसिया ज्यादती की खबर बजरंग दल व दूसरे संगठनों के पदाधिकारियों के जरिए वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंची, तब अपनी गर्दन बचाने के लिए पुलिस कर्मियों ने फर्जी तरीके से मेडिकल करवा दिया। हालाकि बजरंग दल के पदाधिकारियों ने उनकी रिपोर्ट पर भरोसा नहीं किया और एसपी संतोष सिंह गौर से शिकायत कर दी।
इन पर गिरी गाज
वर्दी की आड़ में कानून को ताक पर रखने वाले प्रधान आरक्षक भक्तराज सिंह, आरक्षक राजेश तिवारी और सुधीर यादव को पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंडर कर डीआरपी लाइन में अटैच कर दिया, साथ ही थाना प्रभारी को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दे दिए।


Created On :   29 Sept 2018 1:44 PM IST