मार्ग के सूखे व जीर्ण पेड़ से दुर्घटना का खतरा बढ़ा

The risk of accident increased due to dry and dilapidated trees on the road
मार्ग के सूखे व जीर्ण पेड़ से दुर्घटना का खतरा बढ़ा
लोग परेशान मार्ग के सूखे व जीर्ण पेड़ से दुर्घटना का खतरा बढ़ा

डिजिटल डेस्क, नांदगांव खंडेश्वर (अमरावती)। अमरावती यवतमाल-मार्ग पर न्यू सूरज रेस्टॉरेंट एन्ड बार के सामने करीब 35 से 40 फीट ऊंचा और पूरी तरह से सूखे जीर्ण दो पेड़ मुख्य मार्ग से लगकर है। जो पूरी तरह सूख गए हैं। पेड़ को यदि आग लगी अथवा दोनों सूखे पेड़ किसी भी समय ढहने की संभावना नकारी नहीं जा सकती। इस कारण इस मार्ग पर भीषण दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है। जिससे यह पेड़ तत्काल काटने की मांग बार-बार की जा रही है। इन दोनों जर्जर पेड़ों को अमरावती जिलाधिकारी व अमरावती वनविभाग के वनपरिक्षेत्र अधिकारी द्वारा काटने की अनुमति देने के बाद भी नगरपंचायत विभाग पिछले छह महीने से इन पेड़ों को काटने में अनदेखी कर रहा है। इस पेड़ से भीषण दुर्घटना होने के बाद क्या प्रशासन की नींद खुलेगी। इस तरह का प्रश्न किया जा रहा है।

नुकसानदेय साबित होने वाले इन दोनों जर्जर पेड़ को काटने की मांग के लिए होटल मालिक प्रदीप जोशी व नरेंद्र लायबर ने अमरावती जिलाधिकारी, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग मुख्य कार्यकारी अभियंता, महावितरण कंपनी के मुख्य कार्यकारी अभियंता, वनविभाग अमरावती, नांदगांव खंडेश्वर तहसीलदार व नांदगांव खंडेश्वर महावितरण के उपकार्यकारी अभियंता से 9 जुलाई 2020 से लगातार शिकायतेंंं की है। इन शिकायतों की दखल लेने की मांग के लिए 6 अप्रैल 2021 को जिलाधिकारी कार्यालय अमरावती को स्मरण पत्र भी भेजा गया। जिस पर अमरावती जिलाधीश कार्यालय तथा सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग अमरावती और वनपरिक्षेत्र अधिकारी ने इन दोनों जीर्ण पेड़ को तोड़ने की अनुमति 7 जनवरी 2022 को दी थी।  इस आशय का पत्र नांदगांव खंडेश्वर नगरपंचायत के मुख्याधिकारी को भेजा है। नगर पंचायत जिस समय यह पेड़ तोड़ेगा। उसकी पूर्व सूचना मिलते ही क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति बंद रखी जाएगी। इस तरह का पत्र भी महावितरण ने नगर पंचायत को दिया है, लेकिन नगर पंचायत की अनदेखी के चलते यह दोनों जीर्ण पेड़ अभी तक काटे नहीं गए। विशेष यह है कि, अमरावती-यवतमाल महामार्ग से लगकर मुख्य विद्युत लाइन से लगकर यह पेड़ हैं। इस मार्ग से लोगों की चहल-पहल बड़ी मात्रा में होती है। जिससे भीषण दुर्घटना की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। 
 

Created On :   16 May 2022 8:53 AM GMT

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