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ठाकरे सरकार से न्याय की उम्मीद, किया था आर्किटेक्ट अन्वय नाईक मामले की जांच का एलान

डिजिटल डेस्क, मुंबई। तीन साल पहले आत्महत्या करने वाले आर्किटेक्ट अन्वय नाईक की पत्नी अक्षता और बेटी आज्ञा ने गृहमंत्री अनिल देशमुख द्वारा मामला दबाने के आरोपों की जांच के ऐलान का स्वागत किया है। देशमुख ने विधानसभा में दावा किया था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले को दबाया है और सरकार इसकी जांच कराएगी। अक्षता गुरूवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें भरोसा है कि ठाकरे सरकार नाईक परिवार को न्याय दिलाएगी।
आज्ञा ने मामले में फडणवीस पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने मनसुख हिरेन मामले को विधानसभा में उठाया और सरकार को पुलिस अधिकारी का तबादला करने पर मजबूर किया लेकिन अन्वय नाईक आत्महत्या मामले को विधानसभा में क्यों नहीं उठाया। वे कोई आतंकी या देशद्रोही नहीं थे। उन्होंने कहा कि हिरेन मामले में फडणवीस ने खुफिया एजेंसी से सीडीआर हासिल कर ली लेकिन अन्वय मामले में हमें अब तक सीडीआर नहीं मिली। वहीं अक्षता ने आरोप लगाया कि फडणवीस सरकार ने मामले में तुरंत जांच नहीं होने दी जबकि मामले में सुसाइड नोट और ईमेल जैसे सबूत थे।
पिछली सरकार ने मामला दबाया
यह बात 100 फीसदी सही है कि पिछली सरकार ने मामला दबाया और पुलिस अधिकारी ने हमसे मामला बंद करने के लिए जबरन हस्ताक्षर लेने की कोशिश की। इसके पीछे कौन था इसकी जांच होनी चाहिए। सुसाइड नोट में तीन लोगों के नाम लिखे होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने ठाकरे सरकार से इस पूरे मामले की गहराई से जांच करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि अमीरों को जितनी जल्दी न्याय मिलता है, वैसा हम जैसे सामान्य लोगों को कभी नहीं मिल सकता। बता दें कि अन्वय नाईक ने सुसाइड नोट में रिपब्लिक टीवी के प्रमुख अर्णब गोस्वामी समेत तीन लोगों से बकाया पैसा न मिलने पर आत्महत्या की बात लिखी थी। इस मामले में अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी भी हुई थी और उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है।
Created On :   11 March 2021 11:39 PM IST