यूनिवर्सिटी ने समाप्त की 58 कॉलेजों की संबद्धता  

The university has canceled the affiliation of 58 colleges
यूनिवर्सिटी ने समाप्त की 58 कॉलेजों की संबद्धता  
यूनिवर्सिटी ने समाप्त की 58 कॉलेजों की संबद्धता  

डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी ने 58 कॉलेजों की संबद्धता रद्द कर दी है। बीते दाे वर्ष से यह प्रक्रिया जारी थी, अंतत: यूनिवर्सिटी की एकेडमिक काउंसिल की मुहर के बाद यूनिवर्सिटी ने नोटिफिकेशन जारी कर इन कॉलेजों से किसी भी प्रकार का संबंध खत्म कर लिया है। दरअसल इन कॉलेजों में पर्याप्त शिक्षक और अन्य जरूरी सुविधाएं नहीं थीं। इन्होंने बीते दो वर्षों से यूनिवर्सिटी से अपनी संबद्धता का नवीनीकरण भी नहीं कराया था। शो कॉज नोटिस जारी करने, पात्रताओं की पूर्ति करने के लिए पर्याप्त समय देने के बाद आखिरकार कॉलेजों की संबद्धता समाप्त की गई है। बता दें कि यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध कॉलेजों की संख्या 602 थी। अब इसमें से 58 कॉलेजों की संबद्धता रद्द की गई है। ऐसे ही 98 कॉलेजों की संबद्धता रद्द करने की तैयारी हो रही है। 

पात्रता पूरी नहीं की  
बता दें कि ढुलमुल नियमों के चलते नागपुर और आस-पास के जिलों में बीते कुछ वर्षों में कुकुरमुत्ते की तरह कॉलेज खुल गए थे। इनमें से कई कॉलेजों में शिक्षक और अन्य जरूरी सुविधाएं जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर, लाइब्रेरी, लैब जैसी सुविधाएं नहीं थीं। कोर्ट का डंडा चलने के बाद विवि ने 250 कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी थी। इसके बाद अपने नियम भी कड़े कर दिए थे। अब इन कड़े नियमों की पात्रताएं पूर्ण नहीं कर पाने वाले कॉलेजों की संबद्धता खत्म करने का सिलसिला शुरू हुआ है।  नोटिफिकेशन में जिन कॉलेजों की संबद्धता रद्द की है, उनमें श्रीमती राधिकाताई पांडव महाविद्यालय, काटोल, श्रीमती राधिकाताई पांडव कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज काटोल, महाराणा प्रताप कॉलेज ऑफ एजुकेशन भंडारा, विधा निकेतन कॉलेज भंडारा, सुशीलाताई वुमेंस कॉलेज गोरेगांव जिला गोंदिया, श्री दत्ता मेघे कॉलेज ऑफ एजुकेशन बुटीबोरी, श्री कृष्णराव पांडव महाविद्यालय, नरखेड, जी.एच.रायसोनी कॉलेज ऑफ आर्ट, कॉमर्स एंड साइंस कॉलेज नागपुर, संत गजानन महाराज महिला महाविद्यालय वर्धा व कुल 58 कॉलेज शामिल हैं। 

यूनिवर्सिटी ने कड़े किए हैं मापदंड
यूनिवर्सिटी  प्रकुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले के अनुसार कॉलेजों को बार-बार मौका दिया गया था, ताकि वे अपने यहां कमियों को दूर रख कर संबद्धता का नवीनीकरण करा सकें। आगामी शैक्षणिक सत्र के लिए कॉलेजों को मान्यता देने के मापदंड जारी किए हैं। इसमें काॅलेज में नियमित प्राचार्य और शिक्षकों की उपस्थिति पर अधिकांश अंक निर्धारित किए गए हैं। आगे कॉलेजों की संबद्धता की पात्रता और कड़ी होने वाली है। अब से सम्बद्ध कॉलेजों में लोकल इंक्वायरी कमेटी (एलईसी) के साथ ही एकेडमिक ऑडिट टीम को भी भेजा जाएगा। ऐसे में कॉलेजों में एक ही वक्त पर दो समितियां जांच करेंगी। 

Created On :   7 Dec 2018 11:16 AM IST

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