लोकसभा चुनाव में नितीन वर्सेस नितीन उतरेंगे मैदान में

The upcoming Lok Sabha elections are more interesting this time
लोकसभा चुनाव में नितीन वर्सेस नितीन उतरेंगे मैदान में
लोकसभा चुनाव में नितीन वर्सेस नितीन उतरेंगे मैदान में

डिजिटल डेस्क,नागपुर।आगामी लोकसभा चुनाव इस बार और भी रोचक हो सकता है । नागपुर में नितीन वर्सेस नितीन मुकाबला देखने को मिल सकता है। दावे पर यकीन किया जाए तो  कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग (एससी सेल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितीन राऊत इस बार नागपुर संसदीय क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले हैं। खुद नितीन राऊत ने दावा किया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसके लिए हरी झंडी दे दी है।

इसलिए बन रही ऐसी स्थिति
हमारे दिल्ली ब्यूरो के अनुसार, कांग्रेस नेता राऊत ने कहा कि अनुसूचित जाति के लिए लोकसभा में 84 सीटें आरक्षित हैं। श्री राऊत ने कहा- ‘यह देखा गया है कि इन सीटों पर चुनकर आने वाले प्रतिनिधियों में से मात्र दो या तीन को मंत्री बनाया जाता है। वैसे भी आरक्षित सीटों पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार केवल एससी वोटों के बदौलत जीतकर नहीं आ सकते, उन्हें गैर-एससी समुदाय के वोटों की भी जरूरत होती है। इस स्थिति को समझते हुए मेरा मानना है कि एससी प्रतिनिधियों ने खुले वर्ग की सीटों से भी चुनाव लड़ने की तैयारी रखनी चाहिए। इसलिए मैंने मन बनाया है कि इस बार खुले वर्ग से चुनाव लडूंगा। राहुल गांधी ने नागपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए हां कर दी है।

सामने आए थे ठाकरे, गुडधे, तायवाड़े के भी नाम 
नागपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए कांग्रेसियों में होड़ मची है। हाल में मुंबई में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक हुई। बैठक में विकास ठाकरे, प्रफुल गुडधे, प्रा. बबनराव तायवाड़े के नाम उभरकर सामने आए थे। नाना पटोले भी इसकी दौड़ में बताए जा रहे हैं। इन नामों पर विचार होने की चर्चा थी। उधर, नितीन राऊत भी काफी समय से नागपुर लोकसभा चुनाव के लिए प्रयास कर रहे थे। वे अपनी इच्छा सार्वजनिक रूप से बोलकर भी दिखा चुके हैं। इस बीच, उनका यह दावा करना कि राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें नागपुर लोकसभा से चुनाव लड़ने की हरी झंडी दे दी है, काफी मायने रखता है। हालांकि पार्टी से अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। इस कारण अन्य लोग इस बारे में कुछ भी कहने से बचते दिखे, किन्तु यह उनके विरोधी गुट के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है।   
 

Created On :   21 Nov 2018 5:37 AM GMT

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