- Home
- /
- चोरी का वाहन रिश्तेदारों के बेचता...
चोरी का वाहन रिश्तेदारों के बेचता था, दो युवकों सहित तीन को पुलिस ने दबोचा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। चोरी के वाहन अपने रिश्तेदारों को बेचने व गिफ्ट करने वाले आरोपी सहित अन्य दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी यूनिट 3 ने शहर के मार्केटिंग एरिया से वाहनों की चोरी करते थे। इन तीनों आरोपियों से पुलिस ने 27 दोपहिया वाहन सहित करीब 8 लाख 62 हजार रुपए का माल जब्त किया है। आरोपियों में अनिल उर्फ यादव नामदेव सोमकुवर (38) कवडस बस्ती पाटणसावंगी, मुजाहिद उर्फ मुज्जू अंसारी (21) कब्रस्तान रोड मोमिनपुरा और नूर मोहम्मद उर्फ सल्लू पीर मोहम्मद (19) डोबीनगर मोमिनपुरा निवासी शामिल हैं। पुलिस ने आरोपी अनिल से 21 और मुज्जू व उसके दोस्त नूर मोहम्मद से 6 दोपहिया वाहन जब्त किए हैं। इन आरोपियों ने चोरी के वाहनों को पाटणसावंगी और सावनेर में रहने वाले रिश्तेदारों को कम दाम में बेचा था। पुलिस ने अब तक 25 वाहनों की पहचान कर ली है। दो वाहनों के चेसिस नंबर बदलने से पुलिस को उन दोनों के मालिकों की तलाश करने में परेशानी हो रही है। यह जानकारी प्रेस कांफ्रेंस में अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त संभाजी कदम ने दी।
वाहन चुराकर हो जाते थे रफू-चक्कर
उन्होंने बताया कि चोरी के इन वाहनों को बेचने के बाद उससे मिलने वाली रकम से यह तीनों अपने शौक पूरा करने के साथ ही परिजनों की परवरिश करते थे। वाहन चोरी के आरोपियों से 13 हीरो होंडा स्प्लेंडर, 6 होंडा एक्टिवा, 5 हीरो होंडा पैशन, एक बजाज पल्सर और बजाज कंपनी के दो अन्य वाहनों को जब्त किया गया है। यह तीनों वाहन चोर बाजार में चाबी लगे वाहनों पर नजर पड़ते ही उसके सॉकेट निकालकर उसे स्टार्ट कर फरार हो जाया करते थे। उसके बाद उसे ले जाकर बेच देते थे। पुलिस आयुक्त डा. भूषण कुमार उपाध्याय, सह पुलिस आयुक्त रवींद्र कदम के मार्गदर्शन में उपायुक्त संभाजी कदम, सहायक आयुक्त संजीव कामले के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक जगवेंद्र राजपूत, एपीआई योगेश शामराव चौधरी, पीएसआई माधव शिंदे, रफीक खान, शैलेश पाटील, विट्ठल नासरे, अरुण धर्में, रामचंद्र कारेमोरे, सिपाही राकेश यादव, विकास पाठक, बादल, राजू पोतदार और सत्येंद्र यादव ने आरोपियों की धरपकड़ में सहयोग किया।
चोरी का वाहन भांजी को दिया
अपराध शाखा पुलिस कार्यालय गिट्टीखदान में आयोजित पत्र परिषद में कदम ने बताया कि अनिल सोमकुवर को शराब पीने की आदत है। उसके परिवार में पत्नी, पांच बेटियां व एक बेटा है। दो साल पहले घर में किराना सामान लाने के लिए अनिल के पास पैसे नहीं थे। वह बाजार गया और एक दोपहिया वाहन की चोरी की। उसे बेचकर उसने किराना सामान लाया। उसके बाद वह वाहन चोरी करने लगा। अनिल की पत्नी और बेटियां मजदूरी करती हैं। अनिल ने चोरी के वाहन अपने कई रिश्तेदारों को बेची है। वह नागपुर में सेकंड हैंड वाहनों की खरीदी-बिक्री करने का झांसा देकर रिश्तेदारों को चोरी के वाहन बेचता था। उसने अपनी भांजी को चोरी की स्कूटी गिफ्ट में दिया था। वह उसी से कॉलेज आना जाना करती है।
पहली बार पकड़ाए तीनों आरोपी
कदम ने बताया कि तीनों आरोपियों में से अनिल करीब दो साल से वाहन चोरी कर रहा है। वह पहली बार पकड़ा गया है। इसी तरह मुज्जू और नूर मोहम्मद भी अब तक 5 दोपहिया वाहन चुरा चुके हैं। यह दोनों भी पुलिस की गिरफ्त में पहली बार आए हैं। हालांकि नूर पर हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज है। तहसील थाने में अरुण खापरे ने दोपहिया वाहन चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए आरोपी अनिल उर्फ यादव नामदेव सोमकुवर तक पहुंच गई। अनिल को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उससे 21 वाहन जब्त किए। इस मामले में पुलिस ने अनिल को धरदबोचा तो उसकी वाहनों की चोरी की कहानी परत दर परत खुलकर सामने आ गई। इसी तरह लकड़गंज थाने में सुमित राजू वाघाडे शिवाजी नगर कोतवानी निवासी ने दोपहिया वाहन चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। अपराध शाखा पुलिस की यूनिट 3 ने इस मामले में आरोपी मुजाहिद उर्फ मुज्जू अंसारी कमरूद्दीन अंसारी और उसके दोस्त नूर मोहम्मद उर्फ सल्लू पीर मोहम्मद को गिरफ्तार किया। पूछताछ में तीनों आरोपियों से अजनी थानांतर्गत 6, सदर में 5 , सीताबर्डी में 2, धंतोली में 2 , तहसील में 2, बजाजनगर में 1, कोतवाली में 1, गणेशपेठ में 1, लकड़गंज में 1 और शांतिनगर में 1 दोपहिया वाहन चोरी का मामला उजागर किया गया है।
Created On :   29 Jan 2019 12:54 PM IST