गहने गिरवी रख सरपंच ने कर्मियों को सैलरी दी और बोनस भी

गहने गिरवी रख सरपंच ने कर्मियों को सैलरी दी और बोनस भी
गहने गिरवी रख सरपंच ने कर्मियों को सैलरी दी और बोनस भी

डिजिटल डेस्क, नाशिक। महाराष्ट्र में नाशिक के एकलहरे ग्राम पंचायत में काम करने वाले 6 कर्मचारियों को पिछले 3 महीने से वेतन नहीं मिला है। ऐसे में गांव की महिला सरपंच मोहिनी जाधव ने अपने गहने गिरवी रखकर 1.75 लाख रुपए जुटाए। रुका हुआ वेतन दिया। साथ ही सभी को बोनस भी दिया। सरपंच ने बताया कि पंचायत का खजाना खाली हो गया था। पंचायत के सफाईकर्मी, सीनियर क्लर्क और पानी आपूर्ति विभाग के कर्मचारी समेत 6 लोगों की सैलरी रुकी थी। दिवाली का त्योहार भी आ गया था।  कर्मचारी अच्छे से त्योहार मना सकें, इसलिए गहने गिरवी रख उन्हें सैलरी दी। मोहिनी जाधव का कहना था कि पंचायत के कर्मचारी त्योहार में संतुष्ट रहेंगे तो गांव में रोजमर्रा की जिंदगी में तकलीफ नहीं होगी।  वहीं इस बारे में एक कर्मचारी सचिन पवले ने कहा कि वेतन और बोनस मिलने से ही घर में दिवाली मनाई जा सकी। परिवार में भी खुशी का माहौल रहा। 

शुरू की थी जिले की पहली हेल्पलाइन
एकलहरे ग्राम पंचायत में 9 हजार 376 लोग रहते हैं। ग्रामीणों को पर्याप्त सुविधा मिल सके इसलिए पंचायत ने एक साल पहले खुद की हेल्पलाइन शुरू की थी। नाशिक में इस प्रकार की हेल्पलाइन शुरू करने वाली यह पहली ग्राम पंचायत है। इस वजह से ग्राम पंचायत चर्चा में भी रही है। 

युवा व्यावसायी मरीजों तक मुफ्त में पहुंचा रहा है खाना
अंबड। आम तौर पर दोस्त, रिश्तेदारों के साथ जन्म दिन मनाया जाता है। लेकिन जालना जिले के अंबड के युवा व्यावसायी निलेश मदनलाल लोहिया ने खुद के जन्म दिन के अवसर पर अस्पताल मे आने वाले मरीजों के लिए मुफ्त खाना देने की पहल शुरू की। मरीज और उनके साथ आने वाले रिश्तेदारों की स्थति  देख उसने यह पहल हर रोज शुरू रखी। अब दिन में दो बार अस्पताल मे मुफ्त खाना पहुंचाया जाता है।  23 नवंबर 2017 से यह पहल शुरू है। निलेश को एक माह में 25 हजार रुपए के करीब खर्च आता है। हररोज का खाना पकाने के लिए निलेश ने अस्पताल के इलाके में ही दो महिलाओं की नियुक्ति की है। सुबह 11 बजे यह महिलाएं अस्पताल में जाकर मरीज और उनके रिश्तेदारों की गिनती करतीं है।

Created On :   12 Nov 2018 6:05 AM GMT

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