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प्रेम संबंधों में दरार आई तो महिला को उसके प्रेमी ने कुएं में धकेला, पत्थर मार-मारकर की हत्या

डिजिटल डेस्क,नागपुर। चरित्र संदेह में एक महिला को उसके पुरुष मित्र ने कुएं में ढकेल कर पत्थर मार-मार कर हत्या कर दी। आरोपी का नाम चंद्रकांत एकनाथ वाणी (47) निवासी शुभारंभ सोसाइटी वाड़ी है और महिला का नाम शारदा शिंदे है। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों में करीब 3 वर्ष से दोस्ताना संबंध थे। घटना बुटीबोरी की है। आरोपी को गिट्टीखदान पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से खोज निकाला।
वाड़ी में दोनों मिले थे
पुलिस के अनुसार गत 29 नवंबर को शारदा ने चंद्रकांत को फोन कर 2 दिसंबर को उससे मिलने की बात की। दोनों वाड़ी क्षेत्र में एक-दूसरे से मिले थे। आरोपी ने गिट्टीखदान पुलिस को बताया कि 2 दिसंबर को सुबह करीब 7.15 बजे शारदा उसे वाड़ी के बस स्टाप पर मिली। वह उसे कार में बैठाकर सिनेमैक्स सीताबर्डी तक लाया। शारदा सिनेमैक्स के अंदर गई। वह वहां सफाईकर्मी के रूप में काम करती थी। कुछ देर के बाद वह बाहर आई और दोनों कार से बुटीबोरी रोड पर निकल गए। बुटीबोरी से उमरेड मार्ग पर मरसघाट परिसर में उसने मनसुखभाई पटेल की खेत के पास कार रोकी और महिला को कुएं के पास ले जाकर उसमें ढकेल दिया। जब शारदा पानी में नहीं डूबी, तो आरोपी ने ऊपर से उसके सिर पर पत्थर मार-मार कर उसकी हत्या कर दी। चंद्रकांत वहां से घर लौट आया। 4 दिसंबर की सुबह करीब 8.30 बजे बेंदुर्ली निवासी अंकुश परसराम पंधराम को कुएं में महिला का शव नजर आया। उसने पुलिस को सूचना दी। बुटीबोरी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को बाहर निकाला और हत्या का मामला दर्ज किया।
ऐसे खुला राज
शारदा के घर नहीं लौटने पर उसके परिजनों ने गिट्टीखदान थाने में उसके गायब होने की शिकायत की। वरिष्ठ थानेदार सुनील गांगुर्डे के आदेश पर शारदा के गायब होने का मामला दर्ज किया गया। शारदा काम पर गई थी कि नहीं, इस बारे में गिट्टीखदान पुलिस ने वेरायटी चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की। इस दौरान शारदा एक लाल रंग की बैगन आर कार से वेरायटी चौक से होटल प्राइड तक जाते हुए नजर आई। वर्धा मार्ग पर एक जगह कार का नंबर स्कैन किया गया था। इस दौरान कार का नंबर एमएच 31 सीएन 4762 पता चला। गिट्टीखदान पुलिस इस कार नंबर के आधार पर कार मालिक का पता लगाई। यह कार विजय एकनाथ वाणी के नाम पर रजिस्टर्ड थी। थाने का एक पुलिस दल विजय के घर पहुंचा। विजय ने बताया कि यह कार उसके नाम पर रजिस्टर्ड है, लेकिन यह कार उसका छोटा भाई चंद्रकांत वाणी चलाता है। पुलिस ने चंद्रकांत को हिरासत में लेकर पूछताछ की। चंद्रकांत ने पुलिस को बताया कि वह शारदा को पहचानता था। वह उसकी दोस्त थी। उसका अन्य व्यक्ति के साथ संबंध होने के संदेह में चंद्रकांत ने उसकी हत्या करने की बात कबूल की।
पर्स और ड्यूटी के कपड़े जलाए
चंद्रकांत ने पुलिस को बताया कि उसने शारदा का पर्स और ड्यूटी के कपड़े घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर ले जाकर जला दिया था। गिट्टीखदान के वरिष्ठ थानेदार सुनील गांगुर्डे ने इस बारे में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जानकारी देकर बुटीबोरी पुलिस से संपर्क किया। उसके बाद शारदा की पहचान हो गई।
हाथ में ए.एस. लिखा था
शारदा के हाथ पर ए. एस. लिखा हुआ था। इसके आधार पर उसके परिजनों ने उसकी पहचान की। उसके कपड़े, पैर के मोजे और बूट को भी पहचाना। चंद्रकांत प्रापर्टी डीलिंग का काम करता था। चंद्रकांत उसके चरित्र पर संदेह करता था, जिसके चलते दोनों के बीच बातचीत भी बंद हो गई थी।
Created On :   6 Dec 2019 3:17 PM IST