सरकारी अस्पताल में दवाइयों का टोटा, मार्ड ने दी चेतावनी

There is a shortage of medicines in the government hospital, Mard warns
सरकारी अस्पताल में दवाइयों का टोटा, मार्ड ने दी चेतावनी
3 दिन का दिया अल्टीमेटम सरकारी अस्पताल में दवाइयों का टोटा, मार्ड ने दी चेतावनी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के सबसे बड़े दो शासकीय अस्पतालों में दवाइयों का अभाव चल रहा है। यहां दवा नहीं मिलने से मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ रही है। शुक्रवार-शनिवार तक दवाइयां आने वाली थीं, लेकिन रविवार तक दवाइयां उपलब्ध नहीं हुईं। इसको लेकर मार्ड अब फिर से प्रशासन काे 3 दिन का अल्टीमेटम देने वाली है।

मरीजों पर बढ़ा आर्थिक बोझ : इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेयो) और शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) में नागपुर सहित आसपास के जिले और राज्यों से भी ज्यादातर गरीब मरीज इलाज के लिए आते हैं। यहां दवा उपलब्ध नहीं होने से मरीजों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। इस विषय का लेकर मेडिकल में मार्ड ने अधिष्ठाता को पत्र दिया था, जिसके बाद दवाइयों को लेकर कार्रवाई की गई थी। अभी 25 दिन से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन अब तक दवाइयां नहीं आई हैं। इसको लेकर फिर से मार्ड संगठन अस्पताल प्रशासन को 12 दिन का अल्टीमेटम देने वाला है। यह बात मार्ड के अध्यक्ष डॉ. सजल बंसल ने कही है। उन्होंने नॉन कोऑपरेशन का पत्र देंगे और अस्पताल में किसी तरह के कार्य में सहयोग नहीं करेंगे। 

हो रहे हैं विवाद : अस्पतालों में उपचार के दौरान दवा और मेडिकल सामग्री नहीं होने के कारण मरीजों को परेशानी हो रही है। अस्पताल में आने वाले मरीज और उनके परिजन महंगी वस्तुएं खरीद नहीं पा रहे हैं। अस्पताल में दवाइयां और वस्तुएं उपलब्ध होने से नि:शुल्क इलाज होता है, लेकिन अब मरीजों को इसका खर्च वहन करना पड़ रहा है। इसके कारण डॉक्टरों को भी परेशानी हो रही है। मरीजों के परिजन और डॉक्टरों में विवाद भी बढ़ रहे हैं। कई बार सुरक्षाकर्मियों को स्थिति संभालना पड़ती है।


 

Created On :   9 Aug 2021 4:30 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story