- Home
- /
- नैक मूल्यांकन में इंफ्रास्ट्रक्चर...
नैक मूल्यांकन में इंफ्रास्ट्रक्चर में पिछड़ सकती है यूनिवर्सिटी, कैंपस में 3000 स्टूडेंट्स

डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी में आगामी कुछ महीनों में होने वाले नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रेडेशन काउंसिल के चलते तैयारियां तेज हो चली हैं। यूनिवर्सिटी टाइल्स, पीओपी और डेंटिंग-पेंटिंग से तो कैंपस को चमका रहा है, लेकिन यहां मूलभूत इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं का सख्त अभाव है। दरअसल नैक के मूल्यांकन में इंफ्रास्ट्रक्चर एक अहम पहलू है। इसमें भौतिक सुविधाएं, लाइब्रेरी, आईटी इंफ्राक्ट्रक्चर और कैंपस मेंटेनेंस शामिल है। लेकिन यूनिवर्सिटी की वास्तवित स्थिति देखें तो इन्हीं सुविधाओं का कैंपस में अभाव है।
नागपुर विश्वविद्यालय के कैंपस में स्टूडेंट्स की संख्या 3 हजार के करीब है। यूनिवर्सिटी की कुल दो लाइब्रेरी है। एक लाइब्रेरी कैंपस में है और दूसरी रामदासपेठ में। कैंपस की लाइब्रेरी में करीब 100 स्टूडेंट्स के पढ़ने के प्रबंध है, तो रामदासपेठ की लाइब्रेरी में करीब 200 की। ऐसे में बाकी स्टूडेंट्स के पढ़ पाने के लिए लाइब्रेरी में जगह नहीं है। ऐसा ही हाल स्टूडेंट्स के हॉस्टलों में भी है। नैक के मापदंड कैंपस में हॉस्टलों की सुविधा पर भी टिके हैं। निर्देश है कि स्टूडेंट्स के लिए लगातार हॉस्टल में स्टूडेंट क्षमता बढ़ते रहनी चाहिए। मगर स्टूडेंट्स के अमरावती रोड़ स्थित अप्पर हॉस्टल और लॉ कॉलेज चौक स्थित लोअर हॉस्टल, गांधी नगर के स्टूडेंट्स के हॉस्टल में करीब 700 स्टूडेंट्स के रहने की क्षमता ही क्षमता है।
इनका कहना है
यूनिवर्सिटी के दोनों लाइब्रेरी में पर्याप्त व्यवस्था है। सभी स्टूडेंट्स एक साथ तो पढ़ने नहीं आते हैं। जहां तक हॉस्टल की क्षमता बढ़ाने की बात है, लगातार इस दिशा में प्रयास जारी है। महिला कक्ष और व्यायामशाला क्यों बंद है, इसकी मुझे पूरी जानकारी नहीं है। जानकारी लेकर बताता हूं। - डॉ.नीरज खटी, प्रभारी कुलसचिव नागपुर विश्वविद्यालय
छात्राओें के कॉमन रूम पर ताला
विश्वविद्यालय के कैंपस में विद्यार्थियों के लिए भौतिक सुविधाएं जरूरी हैं। लेकिन इसके बाद भी नागपुर विश्वविद्यालय के कैंपस में स्टूडेंट के लिए कॉमन रूम, स्टूडेंट्स के लिए व्यायामशाला की व्यवस्था नहीं है। हां, विवि ने बीते अप्रैल माह में कैंपस की लाइब्रेरी के पीछे एक भवन का उद्गाटन किया था। यहां महिला कक्ष और व्यायामशाला की व्यवस्था की गई है। लेकिन अप्रैल में हुए उद्गाटन के बाद से ही यह भवन बंद पड़ा है।
Created On :   27 Dec 2018 11:46 AM IST