72 शालाओं में बिजली नहीं , 300 से अधिक में की दीवारें जर्जर

There is no electricity in 72 schools, the walls in more than 300 are dilapidated
72 शालाओं में बिजली नहीं , 300 से अधिक में की दीवारें जर्जर
बदहाली में शिक्षा 72 शालाओं में बिजली नहीं , 300 से अधिक में की दीवारें जर्जर

डिजिटल डेस्क, अमरावती। सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत पिछले कई वर्षो में अधिकतर स्कूलों की इमारतें स्वच्छ कर दी गई है। किंतु अब भी कई इमारतें पानी की टिप-टिप टपकने वाली बूंदों से त्रस्त हैं। साथ ही कई स्कूलों के ईदगिर्द सुरक्षा दीवार, खेलने की जगह के अलावा बिजली कनेक्शन का अभाव अब भी मौजूद है। इसके अलावा छात्र-छात्राओं के लिए स्वतंत्र स्वच्छता गृह भी मौजूद है। डेढ़ वर्ष से स्कूलें बंद होने के कारण अब शैक्षणिक सत्र शुरू होने के बाद यह समस्याएं अधिक दिखाई दे रही हंै। 

आरटीई कानून के तहत प्रत्येक स्कूल को 10 नियमों को पूरा करना अनिवार्य है। जिसमें इमारत का परिपूर्ण होना, खेल के जगह उपलब्ध होना, स्वच्छ पानी, मुख्याध्यापक कक्ष के साथ ही प्रतिक्षार्थियों के लिए स्वतंत्र व्यवस्था, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग स्वच्छतागृह का समावेश है। जिले की 697 जिप स्कूलों में नियमों के तहत संरक्षण की दीवारंे बनाई नहीं गई हैं। जबकि अब भी 72 स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं जोड़े गए हंै। जबकि जिले की 141 स्कूलें ऐसी हैं जिनमें 10 से कम विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। अमरावती जिले की कुल 14 तहसीलों में 1583 प्राथमिक स्कूलें है। जिनमें 1558 प्राथमिक, जबकि 25 हाईस्कूलों का समावेश है। शिक्षा विभाग की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार 306 स्कूलों में 11 से 20 विद्यार्थी संख्या में है। जबकि 21 से 40 संख्या वाले स्कूलों की संख्या 447 बताई गई है। 
 

Created On :   13 Nov 2021 3:15 PM IST

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