बाबासाहब की अस्थियां यहां होने से यह भूमि हुई पावन

This land became holy due to the ashes of Babasaheb being here
बाबासाहब की अस्थियां यहां होने से यह भूमि हुई पावन
अमरावती बाबासाहब की अस्थियां यहां होने से यह भूमि हुई पावन

डिजिटल डेस्क, अमरावती । संत तुकड़ोजी महाराज ने कहा कि देश में भाईचार हमेशा बना रहना चाहिए। उन्होंने गरीबों में भगवान को खोजा। ऐसे महान संत की पवित्र भूमि में डॉ.बाबासाहब अस्थियां हैं। इसलिए यह भूमि पावन हो गई है, ऐसे में इस भूमि को श्रद्धाभूमि बोलना चाहिए। यह बात पूर्व मंत्री बालासाहब थोरात ने कहीं।  वह नया अकोला में मंगलवार को पदयात्रा के समापन पर आयोजित जनसभा में बोल रहे थे। महापरिनिर्वाण दिवस पर इर्विन चौक से नया अकोला में जहां डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की अस्थि रखी गईं, उस गांव तक कांग्रेस ने पदयात्रा निकालकर अनोखे तरीके से बाबासाहब काे अभिवादन किया।

इस समय मंच पर पूर्व मंत्री डॉ. सुनील देशमुख, यशोमती ठाकुर, विधायक बलवंत वानखेडे, पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप, कांग्रेस जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख, शहराध्यक्ष बबलू शेखावत आदि उपस्थित थे। इर्विन चौक पर डॉ. बाबासाहब के पुतले का अभिवादन कर पदयात्रा शेगांव नाका, कठोरा नाका, हर्षराज कॉलोनी, नवसारी, तिवसा, वलगांव होकर नया अकोला पहुंची। इस रैली में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। सभा में उन्होंने अागे कहा कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए और महंगाई, बेरोजगारी व किसानों की समस्या के ज्वलंत प्रश्न पर राहुल गांधी कन्याकुमारी से श्रीनगर तक 3560 किलोमीटर की भारत जोड़ा यात्रा निकाल रहे हैं। डॉ. बाबासाहब द्वारा दिखाए गए रास्ते पर राहुल गांधी चल रहे हैं।  उन्हांेने कहा कि वर्तमान में राजनीति में गिरावट आई है और गालीगलौज की भाषा बोली जाती है। वोट के लिए महापुरुषों का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने  भारतरत्न डॉ. आंबेडकर एक समाज के न होकर संपूर्ण मानवता के हैं। जहां अन्याय होता है वहां उसके विरोध में खड़े हो जाते हैं। देश में लोकतंत्र शुरु होने के दो प्रमुख महापुरुष महात्मा गांधी और दूसरे डॉ. बाबासाहब आंबेडकर का नाम सामने आता है।

 

Created On :   7 Dec 2022 4:21 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story