कोविड सेंटर में काम करने वाले हुए बेरोजगार, भूल गई सरकार

Those working in the Kovid center became unemployed, the government forgot
कोविड सेंटर में काम करने वाले हुए बेरोजगार, भूल गई सरकार
कोविड सेंटर में काम करने वाले हुए बेरोजगार, भूल गई सरकार

डिजिटल डेस्क, नागपुर ।  कोरोना की पहली व दूसरी लहर में कोविड केयर सेंटर में सेवा देने वाले स्वास्थ्य कर्मचारी फिर एक बार बेरोजगार हो गए हैं। सरकार इधर कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवा संबंधी प्रशिक्षण दे रही है आैर दूसरी तरफ जिन्होंने कोरोना को हराने में अहम भूमिका निभाई उन्हें ही घर भेज दिया गया है। जिले के 13 कोविड केयर सेंटर में डेढ़ सौ से ज्यादा लोग काम कर रहे थे, जिन्हें अब घर भेज दिया गया है। कोरोना की तीसरी लहर आने पर इन्हें फिर से बुलाया जाएगा। 

खतरा अभी टला नहीं : कोरोना की तीसरी लहर का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। नागपुर सहित राज्य में 20 हजार लोगों को स्वास्थ्य सेवा संबंधी प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नागपुर जिले में भी इस तरह का प्रशिक्षण सरकारी व निजी अस्पतालों में दिया जा रहा है। तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवक तैयार करना अच्छी बात है, लेकिन जिन लोगों ने पहली व दूसरी लहर में कोरोना को हराया उन्हें घर भेजा जा रहा है। ठेका पद्धति पर काम करने वाले इन लोगों ने जान जोखिम में डालकर काम किया, लेकिन इनकी सुरक्षा के लिए शासन या प्रशासन ने कोई योजना नहीं लाई है। अब ये लोग बेरोजगार हो गए हैं। तीसरी लहर आने पर फिर से बुलाने का भरोसा इन्हें दिया गया है। पहली लहर खत्म होने के बाद भी इन्हें घर भेज दिया गया था। बार-बार इस तरह का व्यवहार होने से इनका मनोबल भी गिर रहा है। 
 
मरीज हुए कम : जिला स्वास्थ्य विभाग कार्यालय की ओर से बताया गया कि कोविड केयर सेंटर में कोरोना रोगी नहीं होने पर सेंटर बंद करने का सरकार का आदेश हैै। जिले में कोरोना रोगी बहुत कम हो गए हैं। प्रशासन ने काम पर रखने की कोशिश की तो इन्हें वेतन कौन देगा। तीसरी लहर आने पर इन्हें फिर बुलाया जाएगा। सरकार के आदेश पर अमल करना प्रशासन की जवाबदेही है। कोरोना रोगी भर्ती नहीं होने से जिले में अब एक भी कोविड केयर सेंटर शुरू रखने की जरूरत नहीं है। 

प्रशिक्षण देना और घर भेजना, समझ से परे  : कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार एक तरफ लोगों को स्वास्थ्य संबंधी प्रशिक्षण दे रही है। उधर जिन लोगों ने स्वास्थ्य सेवा दी उन्हें घर भेजा जा रहा है। प्रशिक्षण देना व घर भेजना दोनाें काम एक साथ हो रहे हैं, जो समझ से परे है। यूज एंड थ्रो की नीति ठीक नहीं है।  स्वास्थ्य विभाग में हजारों पद खाली हैं। पद भर्ती में इन लोगों को प्राथमिकता व आरक्षण मिलना चाहिए।  - राम वाडीभस्मे, संयोजक, कोरोना योद्धा सेवा  सुरक्षा अभियान, नागपुर

Created On :   13 July 2021 4:31 PM IST

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