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तीसरी लहर का खतरा, मगर 2 माह से बैठक तक नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले में दूसरी लहर का प्रकोप अब लगभग खत्म हो गया है, पर विशेषज्ञों ने तीसरी लहर के संकेत दिए हैं। इसमें बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका है। पूर्व विभागीय आयुक्त ने आशंकाओं को देखते हुए कमेटी बनाई थी, जिसमें बाल रोग विशेषज्ञ शामिल थे। कमेटी ने पहली रिपोर्ट सौंपी, लेकिन कुछ दिन बाद ही विभागीय आयुक्त का मुंबई ट्रांसफर हो गया। इसलिए कमेटी की कोई बैठक नहीं हो पाई।
रिपोर्ट में दी है पूरी जानकारी
पूर्व विभागीय आयुक्त संजीव कुमार ने जिले के बाल रोग विशेषज्ञों की एक टास्क फोर्स तैयार की थी। इसमें डॉ. उदय बोधनकर, डाॅ. सतीश देवपुजारी, डॉ. विनिता जैन आदि डॉक्टर शामिल हैं। इन्हें रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया था। टास्क फोर्स ने अपनी रिपोर्ट में सभी बड़े अस्पतालों में बेड आरक्षित करने से लेकर उपकरणों तक की विस्तृत जानकारी दी थी। इसमें ग्रामीण में पीएचसी स्तर पर चाइल्ड कोविड केयर सेंटर बनाने का सुझाव भी दिया गया था, जिसे सरकार ने नकार दिया। इसके बाद टास्क फोर्स की एक भी बैठक नहीं हुई। टास्क फोर्स को बच्चों में होने वाले प्रभाव और दवाइयों और स्टॉक की भी रिपोर्ट तैयार करनी थी। बचाव और तैयारी के भी दिशा निर्देश जारी होने थे, लेकिन पिछले दो माह से अधिक समय हो गया, कोई बैठक नहीं हो पाई।
मंगलवार को बैठक संभावित
नई विभागीय आयुक्त के अाने के बाद से ही बहुत से कार्य व्यस्त रहीं। टास्क फोर्स के साथ एक भी बैठक नहीं ली। अब विभागीय आयुक्त प्राजक्ता लवंगारे-वर्मा मंगलवार को टास्क फोर्स के साथ बैठक करेंगी। तीसरी लहर को लेकर जरूरी विषयों पर चर्चा की जाएगी। इसमें सुपर स्प्रेडर, बाजार, अस्पतालों में आरक्षित बेड, दवाइयों का स्टॉक, उपकरणों की उपलब्धता को लेकर चर्चा होगी। इसके बाद जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
Created On :   26 July 2021 12:19 PM IST