- Home
- /
- तीन एप्पल ने क्रांति लाई, चौथा...
तीन एप्पल ने क्रांति लाई, चौथा खोजना युवाओं की जिम्मेदारी: शिवसुब्रह्मण्यम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इसरो के मुख्य महाव्यवस्थापक व वैज्ञानिक डॉ. एन. शिवसुब्रह्मण्यम ने कहा कि, दुनिया में तीन एप्पल ने वैज्ञानिक प्रगति कर मानव जीवन में क्रांति कर दी। पहला एप्पल (सेव फल) खाकर मानव की उत्पत्ति हुई। दूसरा एप्पल (सेव फल) पेड़ से गिरा, जो एक व्यक्ति के सिर को लगा। इसकी प्रेरणा से विज्ञान से परिचित होकर गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत को बताया और वह महान वैज्ञानिक न्यूटन के नाम से दुनिया में प्रसिद्ध हुए।
तीसरा एप्पल (मोबाइल फोन) ने पूरी दुनिया को व्यक्ति के हाथ में देकर एक क्रांति ला दी। अब चौथा एप्पल खोजने की जिम्मेदारी आप जैसे युवा रिसचर्स पर है। वह शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय नागपुर के भौतिक शास्त्र विभाग की फिजिक्स सोसायटी के तत्वावधान में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डाॅ. एमपी ढोरे ने की।
सुपरपॉवर राष्ट्र की प्रगति रिसर्च के कारण हुई
उन्होंने कहा कि, सुपरपॉवर राष्ट्र की वैज्ञानिक प्रगति ही साइंस टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स पर आधारित रिसर्च के कारण हुई है। महान वैज्ञानिक विक्रम साराभाई विज्ञान की प्रेरणा देने वाले थे और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकि के लिए प्रेरणा देने वाले थे। दोनों ही वैज्ञानिकों में उच्चस्तरीय सकारात्मक भिन्नता थी। चांद पर जाने के लिए एडविन बज को चुना गया था, लेकिन डर की वजह से उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया। इसके बाद नील आर्म स्ट्रांग ने हिम्मत दिखाई और वह चांद पर जाने वाले पहले व्यक्ति बनकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाने वाले बनें।
विद्यार्थी योगेश निमजे और सागर पाइकमारे को कम खर्च में उपकरण तैयार करने पर रमन इनोवेशन फेस्टिवल में सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भौतिकशास्त्र के विभाग प्रमुख डाॅ. एस.डब्ल्यू. अनवाने, फिजिक्स सोसायटी के संयोजक डाॅ. एस.एस. दारोकर, उप-प्राचार्य डाॅ. जी.एच. अवचार, डाॅ. जितेंद्र गुंजाटे उपस्थित थे। संचालन आफरीन शेख, रसिका दाते, चेतना जुवार, राबिया शेख ने किया और आभार प्रदर्शन सोनल मिश्रा ने किया।
Created On :   29 Feb 2020 4:25 PM IST