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तीन पीढियों की एक ही घर से एक के बाद एक उठी तीन अर्थियां

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/पांढुर्ना। शहर के संतोषी माता वार्ड में भास्कर बांबल के घर से एक के बाद एक तीन अर्थियां उठी। भास्कर बांबल के घर में उनकी माताजी सुबाबाई के निधन के बाद अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही थी, जिसमें शामिल होने शुक्रवार की सुबह भास्कर की बहन छाया पति विनोद कराले(45) भोपाल से आ रही थी। इन्हीं के साथ भास्कर बांबल का बेटा विशाल भी भोपाल से पांढुर्ना आ रहा था। दोनों एक ही कार में सवार में थे और यह कार मोही घाट के समीप हादसे का शिकार हो गई, जिसमें छाया व विशाल की मौके पर ही दर्दनाक मौत हुई। इधर भास्कर बांबल की माताजी सुबाबाई के अंतिम संस्कार की सारी तैयारी हो चुकी थी और मोही घाट में बहन व बेटे की हादसे में मौत होने से परिवार सदमे में आ गया।
पहले यह बात भास्कर को नहीं बताई गई और सामान्य एक्सीडेंट होने की बात बताते हुए परिजनों ने सुबाबाई का अंतिम संस्कार कराया। अंत्येष्टि करके लौटते समय परिजनों ने भारी मन से भास्कर को बहन और बेटे की मौत की बात बताई, जिसके बाद भास्कर बांबल पर दुखों का पहाड़ टूट गया। पीएम कराकर बहन छाया और बेटे विशाल के शव घर ले गए, जिसमें देर शाम को विशाल का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं छाया का ससुराल भोपाल होने के चलते उनके अंतिम संस्कार को लेकर इंतजार किया गया पर मृतिका छाया के पति विनोद कराले ने पांढुर्ना में अंतिम संस्कार कराने की बात कही। भोपाल की सुबह विनोद पांढुर्ना पहुंचे और शनिवार की सुबह छाया का भी पांढुर्ना में ही अंतिम संस्कार हुआ।
एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से सहमा परिवार बांबल परिवार के तीन सदस्यों की एक ही साथ अर्थियां उठने से परिवार सहम गया। भास्कर बांबल की मां सुबाबाई, बहन छाया और बेटे विशाल की मौत से एक साथ तीन पीढियों अर्थियां एक के बाद एक उठी। बताया जा रहा है कि मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने बेटी छाया अपने भाई के बेटे विशाल के साथ कार से भोपाल से पांढुर्ना आ रही थी। कार छाया ही ड्राइव कर रही थी कि अचानक मोही घाट के समीप कार अनियंत्रित होकर रांग साइड जाकर ट्राला ट्रक में जा घुसी।
Created On :   3 Sept 2022 8:47 PM IST