ठग प्रीति दास ने जमाई करोड़ों की माया, मुंहबोले मामा के नाम पर डिपॉजिट

Thug Preeti Das hoarded crores of crores, deposits in the name of uncles
ठग प्रीति दास ने जमाई करोड़ों की माया, मुंहबोले मामा के नाम पर डिपॉजिट
ठग प्रीति दास ने जमाई करोड़ों की माया, मुंहबोले मामा के नाम पर डिपॉजिट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। करोड़ों की माया जमाने वाली ठग प्रीति दास ने अभी तक पुलिस के सामने मुंह नहीं खोला है। पुलिस को गुमराह करने की उसकी हर संभव कोशिश जारी है। इस बीच बर्डी थाने में उसके खिलाफ एक और ठगी का मामला दर्ज हुआ है। अभी प्रीति के और भी काले कारनामे उजागर हो सकते हैं।  

जामठा में करोड़ों की जमीन 
सूत्रों के अनुसार ठगी में माहिर प्रीति दास ने अभी तक पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी है। पुलिस को गुमराह करने की उसकी हर संभव कोशिश जारी है। प्रीति का कोई बैंक खाता नहीं है। निजी बैंक में गोल्ड लोन योजना की आड़ में 70 लाख रुपए से भी अधिक का घोटाला करने के बाद प्रीति के खातों को सीज कर दिया गया था। इसके बाद वह अपनी मां बौर बेटे के खाते से ही लेन-देन करती रही है। सूत्रों का दावा है कि ठगी की रकम प्रीति ने अपने मुंहबोले डॉ. मामा के नाम पर फिक्स डिपॉजिट कर रखा है। इसके अलावा जामठा के पास प्रीति की कारोड़ों रुपए की जमीन है। जहां पर उसकी बाल व वृद्धाश्रम खोलने की योजना थी। हालांकि यह जमीन वर्षों पहले धोखे से हथियाए जाने का पता चला है। इस जमीन के संबंध मंे पूछताछ करने के लिए पांचपावली पुलिस ने कुछ लोगों को थाने भी बुलाया था, लेकिन रविवार अवकाश का दिन होने से इस संबंध में पूछताछ नहीं हो सकी। जमीन से जुड़े इस मामले में कई चौंकाने वाली जानकारी मिलने की संभावना है।

जॉब प्लेसमेंट की आड़ में बेरोजगारों को लगाया चूना
प्रीति मार्च 2017 के पूर्व बर्डी थाना क्षेत्र में एनआईटी कॉम्पलेक्स में गैलेक्सी कंसलटंेसी खोली थी। इसके अलावा सदर मंगलवारी बाजार में भी उसका एक ऑफिस था। यह दोनों जॉब प्लेसमेंट के ऑफिस थे। वर्धा निवासी पवन राधेश्याम पांडे (21) ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। दो वर्ष पहले वह जॉब के संबंध में प्रीति के बर्डी स्थित दफ्तर में गया था। उस वक्त प्रीति ने ऑरेंज सिटी वॉटर सप्लाई कंपनी में नौकरी लगाने का झांसा देकर उससे डेढ़ लाख रुपए ऐंठ लिए। रुपए देने के बाद भी पवन को नौकरी नहीं िमली, तो उसने अपने रुपए वापस मांगे। उसके बाद 30 हजार रुपए वापस िकए गए, लेकिन बाकी के 1 लाख 20 हजार रुपए के लिए प्रीति ने पुलिस अधिकारियों से जान-पहचान से झूठे केस में फांसाने की धमकी दी थी। इसके बाद भी पवन ने प्रीति के खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन मामले को दबा दिया गया था। अब सिलसिलेवार प्रीति के कारनामे सामने आने से पवन की शिकायत पर भी प्रकरण दर्ज किया गया है। 

इन थानों की पुलिस को पीसीआर का इंतजार है
पांचपावली के बाद, लकड़गंज, जरीपटका और सीताबर्डी पुलिस भी प्रीति को पीसीआर में लेने वाली है, जिससे प्रीति के खिलाफ पूरा कच्चा चिट्ठा तैयार किया जा सके। 
 

Created On :   15 Jun 2020 9:49 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story