घर में घुसा बाघ, 6 घंटे की मशक्कत के बाद पकड़ाया

Tiger enters home, caught after 6 hours of hard work
घर में घुसा बाघ, 6 घंटे की मशक्कत के बाद पकड़ाया
घर में घुसा बाघ, 6 घंटे की मशक्कत के बाद पकड़ाया

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  नागभीड़ वन परिक्षेत्र अंतर्गत ब्रह्मपुरी (चंद्रपुर) से एक बाघ को गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर लाया गया है। बाघ जख्मी है। उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। यह बाघ  ब्रह्मपुरी गांव स्थित पिंटू देशमुख के घर में घुस गया था। करीब 6 घंटों की मशक्कत के बाद उसे पकड़ने में सफलता मिली। रविवार को ही वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी वहां पहुंचे। रात करीब 9.57 बजे बाघ को पकड़ने में सफलता मिली। 10.20 को पिंजरे में डाला गया। जांच हुई तो वह जख्मी मिला। उसे  नागपुर के गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर लाया गया। यहां उसका इलाज चल रहा है।

पांच लोगों को मारने वाले बाघ ने  रेस्क्यू सेंटर में दम तोड़ा

गोरेवाड़ा रेस्कयू सेंटर में लाये केटी-1 नामक बाघ की संदिग्ध मौत हुई है। वह 12 दिन पहले ही यहां लाया गया था। स्वस्थ दिखने वाले बाघ की मौत के कारणों का खुलासा अब 3 दिन बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने पर ही हो पाएगा। बाघ के पिछले पैर में जख्म था। उसी के इनफेक्शन से हालत बिगड़ने की बात कही जा रही है। पूरी तरह से स्वस्थ दिखनेवाले बाघ की 12 दिन में अचानक मौत होना कई सवालों को खड़ा कर रहा है। ताड़ोबा व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत केटी-1 नामक बाघ ने 5 लोगों की जान ली थी। 10 जून को उसे पकड़ा गया था। 11 जून को गोरेवाड़ा बचाव केन्द्र में लाया गया था। सूत्रों की मानें तो रविवार तक बाघ पूरी तरह से ठीक दिख रहा था। दूसरे दिन कर्मचारियों ने उसे मृत पाया।

कोरोना संक्रमण को देखते हुए सैंपल लिया

गोरेवाड़ा प्रकल्प के व्यवस्थापक नंदकिशोर काले ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए उसका सैंपल भी लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही तय होगा कि सैंपल की जांच कराई जाएगी या नहीं।

 

 

 

 

 

Created On :   23 Jun 2020 7:06 AM GMT

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